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राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और मुंबई पुलिस ने शुरु की वानखेड़े के सर्टिफिटकेट की जांच
डिजिटल डेस्क, मुंबई। फर्जी जाति प्रमाणपत्र के मामले में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेडे द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में दर्ज कराई गई शिकायत की जांच मुंबई पुलिस ने शुरू कर दी है। एसीबी स्तर की एक अधिकारी ने इस मामले में वानखेडे का बयान दर्ज किया है। दरअसल वानखेडे ने मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ शिकायत करते हुए आयोग को अपना जाति प्रमाणपत्र और दूसरे दस्तावेज दिखाए थे। उन्होंने मुंबई पुलिस से भी इस मामले की शिकायत की थी। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वानखेडे ने गोरेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन वहां एसीपी का पद खाली था इसलिए बोरीवली विभाग की एसीपी रेखा भवरे को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। भवरे ने पिछले सप्ताह वानखेडे का बयान एक बार दर्ज किया है और जरूरत पड़ने पर उन्हें फिर बुलाया जाएगा। बता दें कि नियमों के मुताबिक अनुसूचित जाति व जनजाति कानून से जुड़ी शिकायतों की जांच एसीपी स्तर का अधिकारी करता है। अधिकारी ने बताया कि मामले से संबंधित दूसरे लोगों के बयान दर्ज करने के बाद आगे एफआईआर दर्ज करने को लेकर फैसला किया जाएगा।
संपला से शिकायत
वानखेडे के रिश्तेदारों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय संपला से मुलाकात की और मंत्री मलिक जिस तरह के बयान मीडिया के जरिए लगातार दे रहे हैं उनकी शिकायत की। उन्होंने दावा किया कि मलिक उनके और उनके जाति के बारे में आपत्तिजनक और भावनाएं आहत करने वाली बातें कह रहे हैं। संपला ने मीडिया से कहा कि मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शिकायत की पूरी जांच करें और राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव को नोटिस भेजें। अगर शिकायत सही पाई जाएगी तो कार्रवाई होगी।
प्रभाकर साइल से पूछताछ
आर्यन खान से जुड़े क्रूज ड्रग्स मामले की छानबीन कर रही एनसीबी की विशेष टीम ने गुरूवार को मामले के पंच प्रभाकर साइल से पूछताछ की। साइल ने आर्यन को छोड़ने के बदले पैसे मांगने का आरोप लगाया है जिसकी जांच एनसीबी की विजिलेंस टीम कर रही है। विजिलेंस टीम साइल का दो दिन बयान दर्ज कर चुकी है। क्रूज ड्रग्स रेड के दौरान एनसीबी के साइल को पंच के तौर पर दिखाया था लेकिन उसने बाद में मीडिया से दावा किया कि वह क्रूज पर गया ही नहीं था। वह क्रूज टर्मिनल पर ही इंतजार कर रहा था और गोसावी ने ह्वाट्सएप के जरिए उसे कुछ लोगों की तस्वीरें भेजकर पहचानने को कहा था। वहीं साइल जिस किरण गोसावी को पैसे वसूलने की कोशिश का मुख्य सूत्रधार बता रहा है उसे अब पुणे की कैंटोनमेंट पुलिस ने ठगी के मामले में हिरासत में ले लिया है। इससे पहले पुणे की ही फरासखाना पुलिस ने गोसावी को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। अदालत ने उसे हाल ही में न्यायिक हिरासत में भेजा था।
Created On :   11 Nov 2021 9:04 PM IST