मनपा लगाएगी 50 हजार पौधे, मियावाकी पद्धति से 30 हजार पौधाराेपण

Municipality will plant 50 thousand saplings
मनपा लगाएगी 50 हजार पौधे, मियावाकी पद्धति से 30 हजार पौधाराेपण
नागपुर मनपा लगाएगी 50 हजार पौधे, मियावाकी पद्धति से 30 हजार पौधाराेपण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को कायम करने के लिए महानगरपालिका ने इस वर्ष 50 हजार पौधे लगाने का नियोजन किया है। भांडेवाड़ी परिसर से मनपा प्रशासक तथा आयुक्त राधाकृष्णन बी. के हस्ते 5 जून को पौधारोपण की शुरुआत की जाएगी। शहर में विविध जगह मियावाकी पद्धति से 30 हजार पौधारोपण करने की जानकारी मनपा उद्यान अधीक्षक अमोल चौरपगार ने दी।

कहां, कितने पौधे लगाएंगे

राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज विद्यापीठ परिसर में 8 हजार पौधे लगाए जाएंगे। उसके अलावा मनपा की अनुमति लेकर काटे गए पेड़ के बदले 12000 पौधे लगाए जाएंगे। शहर के विविध क्षेत्रों में संबंधितों के माध्यम से पाैधारोपण किया जाएगा। उसके अलावा मियावाकी पद्धति से शहर भर में विविध जगह 30 हजार पौधे लगाए जाएंगे। ज्यादा ऑक्सीजन उत्सर्जन करने वाले देशी प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे।

मियावाकी पद्धति का फायदा

मियावाकी पौधारोपण जापानी पद्धति है। कम समय में पेड़ों का घना क्षेत्र तैयार करने के लिए यह पद्धति उपयोगी है। इस पद्धति से घरों के सामने तथा पीछे खाली पड़ी जगह को बागानों में बदला जा सकता है। देशी प्रजाति के पौधे कम अंतराल पर लगाए जाते हैं। कम जगह घेरने के साथ ही अन्य पौधों की वृद्धि में सहायक होते हैं। सघनता के कारण सूर्य किरणें धरती पर पहुंचने से रोकते हैं। धरती पर खरपतवार नहीं उगती। वहीं, जमीन में लंबे समय तक नमी बनाए रखने में मदद मिलती है। इस पद्धति से पौधारोपण के लिए 3 आकार के पौधों का चयन किया जाता है। ऊंचे, मध्यम और कम ऊंचाई वाले पौधे एक साथ लगाए जाते हैं। ऊंचे पौधे मध्यम और कम ऊंचाई वाले पौधों को छाया देकर उनका संरक्षण करते हैं। वृक्षों की सघनता से बरसात की हर बूंद का उपयोग होता है। मौसम के बदलाव का भी कम असर होता है और हमेशा वहां हरियाली बनी रहती है।

Created On :   5 Jun 2022 5:15 PM IST

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