10 हजार के लिए कर दी थी हत्या, कैरोसिन डालकर जिंदा जलाया सराफा व्यापारी को

Murder of sarafa trader for ten thousand rupees, burned alive
10 हजार के लिए कर दी थी हत्या, कैरोसिन डालकर जिंदा जलाया सराफा व्यापारी को
10 हजार के लिए कर दी थी हत्या, कैरोसिन डालकर जिंदा जलाया सराफा व्यापारी को

डिजिटल डेस्क, मोहनगढ़/जतारा। मात्र दस हजार रूपये के लिए कातिल ने यहां एक सराफा व्यापारी को कैरोसिन डालकर मौत के हवाले कर दिया था।  5 माह पहले हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। हत्या एवं लूट के मामले में फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने घटना कुबूल कर ली है। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। मामले का खुलासा होने के बाद गोर गांव में फिर सनसनी फैल गई है। गौरतलब है कि मोहनगढ़ थाने के गोर गांव में 27 जनवरी 2019 की रात में बस स्टैंड पर रामस्वरूप सोनी निवासी गोर अपने साथी कमलेश उर्फ वंटी नायक, केहर सिंह एवं पप्पू खंगार साथ में बैठकर आग ताप रहे थे। इसी बीच रामस्वरूप सोनी ने जो शराब के नशे में था पप्पू खंगार को अपनी जेब से पर्स निकालकर 200 रुपए शराब लाने के लिए दिए। उसके पर्स में काफी रकम थी यह कमलेश नायक ने ताड़ लिया था। सभी लोगों ने वहां  बैठकर शराब पी। इसके बाद  पप्पू खंगार को कमलेश नायक ने तमाचा मारकर भगा दिया। जिसके थोड़ी देर बाद केहर सिंह यादव निवासी पुछी भी वहां से अपने घर चला गया।

पीछे से डाला कैरोसिन

मौके पर सिर्फ रामस्वरूप सोनी और कमलेश नायक मौजूद थे। कमलेश नायक वहां से उठा और कहीं से कैरोसिन लाकर रामस्वरूप सोनी के ऊपर पीछे से छिड़ककर आग लगा दी, और उसके पर्स में रखे 10 हजार रुपए और मोबाइल छीन कर मौके से फरार हो गया है। जिसको गंभीर हालत में पुलिस द्वारा लाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। जिस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 20/19 की धारा 302, 307, 397 भादंवि का प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की विवेचना शुरू कर दी थी। 

जांच-पड़ताल के बाद हाथ आया आरोपी

जानकारी देते हुए थाना प्रभारी मोहनगढ़ मुकेश सिंघई ने बताया कि इस अंधे कत्ल में 5 माह चली लम्बी जांच-पड़ताल में सभी साक्ष्य जुटाने पर जब आरोपी कमलेश नायक से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। लोगों का ध्यान हत्या की ओर न जाए, इसके लिए पहले शराब पिलाई, फिर सभी के चले जाने पर कैरोसिन डालकर आग लगा दी एवं रुपए और मोबाइल लूट कर फरार हो गया था। इस अंधे कत्ल का खुलासा करने में जतारा एसडीओपी प्रदीप सिंह राणावत के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मुकेश सिंघई, उपनिरीक्षक घन्नू सिंह प्रधान आरक्षक मनोज गिरि, आरक्षक रणजीत एवं विष्णु की अहम भूमिका रही है। जिन्हें पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
 

Created On :   27 Jun 2019 1:56 PM IST

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