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विधानसभा : नागरिकता संशोधन कानून पर हंगामा, आदित्य बोले- जहां चाहे कीचड़ और कमल खिलाने नहीं देंगे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ। कांग्रेस सदस्य अशोक चव्हाण के विरोध में विपक्ष के हंगामें को देखते हुए 10 मिनट के लिए सभा स्थगित की गई। स्थगन प्रस्ताव के तहत चव्हाण ने यह विषय उठाया था। चव्हाण ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में विद्यार्थी आंदोलन कर रहे हैं। यह कानून संविधान के दायरे में नहीं है। इस कानून के विरोध में उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल करने की तैयारी चल रही है। मुंबई, पुणे, नागपुर व औरंगाबाद में भी प्रदर्शन हुए हैं। आंदोलन के दौरान दिल्ली में विद्यार्थियों से मारपीट की गई। वैसी स्थिति राज्य में नहीं बनना चाहिए। पृथ्वीराज चव्हाण, जीतेंद्र आव्हाड़ ने भी इस कानून का विरोध किया। अशोक चव्हाण का विरोध कर रहे विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि संसद में बने कानून को राज्य सरकार भी विरोध नहीं कर सकती है। उच्चतम न्यायालय ने भी अब तक उस कानून को अनुचित नहीं ठहराया है। ऐसे में संसद के कानून को असंवैधानिक कहना ठीक नहीं है। कानून को लेकर चव्हाण ने कहे असंवैधानिक शब्द को विधानसभा के कामकाज से अलग करने का निवेदन विधानसभा अध्यक्ष से किया। राकांपा सदस्य नवाब मलिक ने कहा कि सभागृह का कामकाज आगे बढ़ गया है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा चल रही है। ऐसे में पहले कहें गए शब्दों को रिकार्ड से हटाया नहीं जा सकता है। विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करने लगे। लिहाजा 10 मिनट के लिए सभा स्थगित कर दी गई। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जो भी असंवैधानिक होगा वह शब्द हटा दिया रिकार्ड से हटा दिया जाएगा।
राकांपा सदस्य धनजंय मुंडे ने कहा कपट तो आप करते हो। वादा नहीं निभाते। लोकसभा चुनाव के समय शिवसेना को दिया वादा पूरा करते तो यह नौबत नहीं आती। शिवसेना के सदस्य दीपक केसकर ने कहा कि उनको पराजित करने के लिए गोवा से 10 मंत्रियों को भाजपा ने चुनाव के कार्य में लगाया था। जनता ने भाजपा को देखते हुए शिवसेना को नहीं जिताया है। मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि विपक्ष की भावना को समझा जा सकता है। शिवसेना पर सवाल उठानेवालों को ही तय करना होगा कि यह नौबत क्यों आयी। भाजपा सदस्य सुधीर मुनगंटीवार ने चुटकी लेते हुए कहा कि शिवसेना व भाजपा का साथ राष्ट्रवाद के लिए रहा है। पानी पर लकड़ी मारने से पानी दूर नहीं हो जाता है। शिवसेना फिर से साथ आयेगी। कांग्रेस के सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा फडणवीस व मुनगंटीवार ने जिस तरह से शिवसेना पर व्यंग्य किया है उसमें भाजपा की निराशा साफ दिखती है। फिलहाल राज्य के विकास के लिए महाविकास आघाड़ी बनी है। यह सरकार राज्य विकास के काम करेगी। सरकार के जाने अर्थात गिरने का सपना देखनेवाले देखते रहे।
सरकार गठन को लेकर फड़णवीस हुए आक्रमक, कहा कपट व स्वार्थ ने किया जनादेश का अपमान
भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस व राकांपा के साथ मिलकर शिवसेना के सरकार गठन के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस शिवसेना पर जमकर बरसे। फड़णवीस फिलहाल विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में शामिल होते हुए फड़णवीस ने शिवसेना पर सवाल दर सवाल दागे। उन्होंने कहा 1995 के बाद राज्य विधानसभा में 100 से अधिक सदस्य केवल भाजपा के रहे हैं। इस बार सबसे अधिक संख्या होने के बाद भी भाजपा को विपक्ष में रहना पड़ रहा है। बकौल फडणवीस-बाल ठाकरे का हम सब आदर करते हैं। भाजपा शिवसेना ने साथ साथ चुनाव लड़ा है। शिवसेना कहती है कि उसने बाल ठाकरे को वचन दिया था कि शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा। मैं शिवसेना से सवाल पूछता हूं,वह बताएं कि उसने कांग्रेस व राकांपा के कंधे पर बैठकर शिवसेना का मुख्यमंत्री होने का वचन बाल ठाकरे को तो नहीं दिया था। फडणवीस ने शरद पवार को लेकर भी शिवसेना पर सवाल दागे। राकांपा सदस्य धनंजय मुंडे ने पवार मामले पर फडणवीस का विरोध किया। फडणवीस ने यह भी कहा- जनादेश का अपमान करते हुए हमें विपक्ष में बैठने की नौबत ला दी है। नियति ही जानें कि हमें कब तक विपक्ष में रहना होगा। मैंने कहा था,मैं फिर से आऊंगा। शिवसेना के सदस्यों की ओर हाथ दिखाते हुए उन्होंने कहा कि मेरा फिर से आने का मतलब इन सारे लोगों को साथ लेकर आना था। सत्ता में लौटने का भरोसा जताते हुए उन्होंने सैर पढ़ा-कुछ पन्ने क्या फटे जिंदगी की किताब के,जमाने ने समझा दौर हमारा खतम हो गया।
महाराष्ट्र में सरकार गठन के समय उच्चतम न्यायालय ने जो निर्णय सुनाया था वह कानून में रुपांतरित हो
महाराष्ट्र में सरकार गठन के समय उच्चतम न्यायालय के निर्णय को ऐतिहासिक ठहराते हुए पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि उस निर्णय से ही राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार बन पायी। अन्यथा सरकार गठन के लिए अनैतिक मार्ग अपनाए जाने लगे थे। चव्हाण ने विधानसभा में मांग की कि उच्चतम न्यायालय के उस निर्णय को कानून में रुपांतरित किया जाना चाहिए। ताकि अन्य राज्यों में भी सरकार बनाने के अनैतिक प्रयास सफल नहीं हो पाए। राज्य में सरकार गठन के लिए उच्चतम न्यायालय ने निर्णय में कहा था कि सरकार गठन के लिए विधानसभा में गुप्त मतदान के बजाय खुला समर्थन साबित करना होगा। इसके लिए समय भी निर्धारित किया गया था। चव्हाण ने विधानसभा में कहा कि भाजपा ने सरकार बनाने के लिए सारे प्रयास किए। असफल रहने के बाद वह महाविकास आघाड़ी पर नैतिकता का सवाल दाग रही है। सरकार बनाने के लिए भाजपा की नियत को सब देख चुके हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्णय के कारण ही राज्य में अनैतिक सरकार आते आते बची। विकास मामले में राज्य का पिछला 5 साल व्यर्थ गया है। केवल कर्ज बढ़ाने का काम हुआ है। 6.71 लाख करोड का कर्ज राज्य पर है। राज्य की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। नई सरकार से निवेदन है कि वह राज्य में पिछले 5 वर्षों में औद्योगिक विकास की वास्तविकता सामने लाए। जिला स्तर पर कितने उद्योग लगे, कितने उद्योग चल रहे हैं , इस संबंध में भी जानकारी सामने आना चाहिए।
स्मार्ट सिटी प्रकल्प को बंद करें
चव्हाण ने कहा कि विकास योजनाओं के नाम पर 5 वर्ष में भ्रष्टाचार हुए हैं। स्मार्ट सिटी प्रकल्प को बंद करके नए सिरे से काम करने की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार के मामले में किसी नेता का चुनाव में टिकट काट देना ही पर्याप्त नहीं है। भाजपा के मंत्री रहे प्रकाश मेहता, विनोद तावडे के मामले में भ्रष्टाचार की जांच होना चाहिए।
महिला विधायकों के लिए विशेष व्यवस्था
विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि महिला विधायकों के रहने के लिए विधायक निवास में विशेष व्यवस्था की गई है। विधायक निवास के चौथे माले पर 30 विधायक ठहर सकते हैं। वहां महिला सुरक्षाकर्मी तैनात रहेगी। पटोले ने कहा कि व्यवस्था के बारे में वे स्वयं जायजा लेंगे।
विधायक निवास में घुस आए 3 शराबी, विधायक से मांगे 500 रुपये, महिला विधायकों ने भी मांगी सुरक्षा
विधायक निवास में घुसकर 3 युवकों ने विधायक को धमकाया। वे नशे में थे। विधायक से शराब के लिए 500 रुपये मांगने लगे। शोर शराबा करने के बाद भी पुलिस तत्काल नहीं पहुंच पायी। विधायक ने विधानसभा में यह जानकारी देते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए है। एक महिला विधायक ने भी सुरक्षा बढ़ाने को कहा है। विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा की उपाययोजना करने काे कहा है। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा के संबंध में वे राज्य सरकार को निर्देश देंगे। स्वयं पूरी व्यवस्था का जायजा लेंगे। बुधवार को विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव के तहत महापौर संदीप जोशी के वाहन पर हमले का मुद्दा लाया गया था। राज्य सरकार से जवाब मांगा गया था। इसी दौरान अक्कलकोट के विधायक सचिन कलशेट्टी ने विधायक निवास की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। कलेशेट्टी ने बताया कि विधायक निवास के रुम नंबर 77 में उनके रहने की व्यवस्था की गई है। बुधवार की पूर्व रात्रि में ढाई बजे 3 युवक कमरे का दरवाजा खटखटाने लगे। विधायक के सहायक ने दरवाजा खोला। 3 युवक कमरे में घुस आए। कलेशेट्टी के अनुसार तीनों नशे में थे। वे धमकाते हुए शराब के लिए 500 रुपए मांगने लगे। यह भी कहने लगे कि हम तुमको जानते हैं। रुपये नहीं दोगे तो तुमको देख लेंगे। उन युवकों के कमरे के बाहर जाने के बाद विधायक व उनके सहायक ने शोर शराबा किया। आसपास के लोगों को बुलाने का प्रयास किया लेकिन कोई नहीं आया। कमरे के बाहर जाकर देखा तो कहीं भी पुलिस नजर नहीं आयी। कमरे में शराब के लिए रुपये मांगे जाने की घटना का वीडियाे भी लिया गया है। कुछ समय बाद पुलिसकर्मी मिला तो उसका कहना था कि पुलिस चौकी में जाकर शिकायत दर्ज कराओ। महिला विधायक की शिकायत थी कि विधायक निवास में शराब पीनेवालों का भय बना रहता है। कुछ कमरे विधायक के सचिवों के हैं। उसमें भी शराब पीनेवालों का शोरगुल रहता है।
बाल ठाकरे के समय से शुरु हुआ विदर्भ का विकास
शिवसेना के सदस्य सुनील प्रभु ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की प्रस्तावना में कहा कि विदर्भ के बैकलाग को दूर करने पर अधिक चर्चा होना चाहिए। उन्होंने कहा 1997 में शिवसेना के नेतृत्व की सरकार के समय विदर्भ विकास की पत्रिका प्रकाशित की गई थी। बाल ठाकरे ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी से कहा था कि विदर्भ विकास पर विशेष ध्यान देना होगा। तब से ही विदर्भ का विकास शुरु हुआ।
आंबेडकरवादी आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास
राकांपा के सदस्य जीतेंद्र आव्हाड़ ने कहा कि राज्य में आंबेडकरवादी आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास पिछली सरकार ने किया है। अर्बन नक्सलवाद के मामले में जानबूझकर बहुजनवादियों को फंसाया गया। उनके पास 128 लोगों की शिकायत है। लोगों के फोन की आडिया व वीडियो टैपिंग की गई है। राज्य में महापोर्टल के माध्यम से सरकारी नौकरी की भर्ती में अनियमितता है। महापोर्टल बहुजन विरोधी है। नागरिकता संशोधन कानून से जातीय अन्याय भी हाेनेवाला है। देश में एेसे भी कई जाति समुदाय के लोग हैं जिनका निवास पत्र नहीं है। घुमंतू समुदाय को नागरिकता साबित करने के लिए काफी कानूनी अड़चन का सामना करना पड़ सकता है।
जहां चाहे वहां कीचड़ व कमल खिलाने नहीं देंगे-आदित्य
विधानसभा में शिवसेना के सदस्य आदित्य ठाकरे ने कहा है कि महाविकास आघाड़ी के नेतृत्व की सरकार राज्य को विकास की ओर लेकर जाएगी। जहां चाहे वहां कीचड़ व कमल खिलाने नहीं दिया जाएगा। राज्य में शिक्षा क्षेत्र में विकास के लिए भी जोर देने को कहा। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा में आदित्य ने भाजपा की चुटकी ली। भाजपा के सदस्यों ने शिवसेना पर निशाना साधा था। आदित्य ने कहा कि सही मायने में अब भयमुक्त सरकार का गठन हुआ है। नोटबंदी के बाद उद्योग डूबे हैं। महाविकास आघाड़ी सरकार रोजगार निर्माण के लिए काम कर रही है। केजी टू पीजी शिक्षा बदलनी चाहिए। डिजीटल एजुकेशन गांव तक ले जाना होगा।
Created On :   18 Dec 2019 7:55 PM IST