मेट्रो के इस रूप पर मौजूद होंगे मनोरंजन के साधन, राइडरशिप बढ़ाने में मिलेगी मदद

nagpur metro: Investors will invites for developing entertainment
मेट्रो के इस रूप पर मौजूद होंगे मनोरंजन के साधन, राइडरशिप बढ़ाने में मिलेगी मदद
मेट्रो के इस रूप पर मौजूद होंगे मनोरंजन के साधन, राइडरशिप बढ़ाने में मिलेगी मदद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एटग्रेड सेक्शन का ट्रायल रन पूरा हो चुका है। आरडीएसओ (रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन) से हरी झंडी मिलते ही व्यावसायिक रन शुरू कर दिया जाएगा, जनसंपर्क अधिकारी, महामेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड अनिल कोकाटे के मुताबिक मेट्रो के एटग्रेड सेक्शन के खापरी स्टेशन तक लोगों को लाने के लिए मेट्रो की जमीन पर बीओटी के आधार पर मनोरंजन, खेलकूद के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा। इससे शुरुआती दौर में राइडरशिप बढ़ाने में मदद मिलेगी। हालांकि मिहान डिपो से निकलकर खापरी, न्यू-एयरपोर्ट स्टेशन और एयरपोर्ट स्टेशन के बीच आबादी कम होने से राइडरशिप घटने की चिंता मेट्रो प्रशासन को सता रही है। यही वजह है कि लोगों को मिहान और खापरी तक लाने के लिए बीओटी (बिल्ट, ऑपरेट एंड ट्रांसफर) के आधार पर मनोरंजन गतिविधियों को बढ़ावा देने पर विचार किया जा रहा है।

मेला, प्रदर्शनी, खेल-कूद से मनोरंजन
मिहान के पास ईको पार्क बनाया जा रहा है। साथ ही खापरी स्टेशन के पास मेट्रो की उपलब्ध जमीन को कमर्शियल गतिविधियां जैसे मेला, प्रदर्शनी, खेल-कूद के लिहाज से विकसित करने के लिए उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। इससे साउथ प्वाइंट एयरपोर्ट से लोगों को आसानी से मिहान स्थित ईको-पार्क और खापरी स्टेशन के प्रति आकर्षित करने में मदद मिलेगी। इन गतिविधियों का एकमात्र उद्देश्य है कि मेट्रो की शुरुआती दौर की राइडरशिप खाली न जाए। किसी न किसी बहाने नागरिकों, जो मिहान और खापरी निवासी नहीं  हैं, उन्हें इस एटग्रेड सेक्शन में आने के लिए प्रेरित किया जा सके। 

राइडरशिप बढ़ने की कवायद
मेट्रो के ईकोपार्क परियोजना और खापरी स्टेशन के पास उपलब्ध जगह को बीओटी के आधार पर ऐसी गतिविधियों के लिए उपयोग में लाया जाएगा, जिससे राइडरशिप बढ़ने की उम्मीद हो। दिसंबर मध्य तक आरडीएसओ से अनुमति मिलने के बाद कमर्शियल रन शुरू किया जाएगा, लेकिन खापरी गांव तक मेट्रो ट्रेन को सवारियां मिलने की संभावनाएं बेहद कम हैं। मुख्य परियोजना को साकार करने के अलावा इस तरह की गतिविधियों की पहल की ओर भी प्रशासन को ध्यान केंद्रित करना पड़ रहा है। फिलहाल अब भी मेट्रो का बेस रेट तय नहीं हुआ है।

तय निधि में काम पूरा करने का लक्ष्य
नागपुर मेट्रो परियोजना तय निधि में पूरा करने का लक्ष्य है। ऐसे में मेट्रो प्रशासन द्वारा बनाए जाने वाले सभी 36 स्टेशनों पर प्रॉपर्टी डेवलपमेंट के हर संभव  अवसर तलाश रही है। न्यूएयर पोर्ट और एयरपोर्ट स्टेशन में कर्मशियल जोन विकसित करने की योजना पर भी मुहर लग चुकी है। अब नजर स्टेशन में बनने वाले प्लेटफॉर्म पर प्रापर्टी डेवलपमेंट जोन के विकल्पों को तलाशा जा रहा है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो प्लेटफॉर्म पर कमर्शियल गतिविधियों के लिए जगह उपलब्ध कराने का प्रयोग करने वाला नागपुर मेट्रो अपने आप में पहला प्रोजेक्ट होगा। 

108 करोड़ रुपए की बचत का दावा 
हर स्टेशन पर पहले 140 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म बनाने की योजना थी, लेकिन कॉस्ट कटिंग कर मेट्रो प्रशासन ने प्लेटफॉर्म का आकार घटाकर 75 मीटर कर दिया था। इस कटौती से प्रत्येक स्टेशन में 3 करोड़ रुपए व सभी 36 स्टेशनों से करीब 108 करोड़ रुपए की बचत होने का दावा किया है। हाल ही ही में मेट्रो के एटग्रेड सेक्शन के तीनों स्टेशन के निरीक्षण के दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि, प्लेटफॉर्म 70 मीटर के ही रखे जाएंगे। 70 मीटर का प्लेटफॉर्म रेलवे सेफ्टी के रिकॉर्ड में होगा, लेकिन असल में प्लेटफॉर्म का आकार 77 मीटर का होगा। प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली इस अतिरिक्त जगह को दोनों किनारों से ग्लास कवर लगा कर बंद किया जाएगा। इस कोने को किसी छोटे से स्टोर के रूप में विकसित किया जाएगा। यह स्पेस 3 मीटर चौड़ा और दोनों ओर करीब इतना ही बड़ा होगा। इस जगह को विकसित कर कमर्शियल उपयोग में लाने की दिशा में विचार किया जा रहा है।

 

Created On :   12 Nov 2017 1:34 PM GMT

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