बीवीजी से नहीं बनी नागपुर मनपा की एजी ने भी किया विश्वासघात

Nagpur Municipal Corporations AG not made from BVG also betrayed
बीवीजी से नहीं बनी नागपुर मनपा की एजी ने भी किया विश्वासघात
कचरे की किचकिच बीवीजी से नहीं बनी नागपुर मनपा की एजी ने भी किया विश्वासघात

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कचरा संकलन एजेंसियाें की कार्यप्रणाली को लेकर जांच समिति की ओर से सदन में रखी रिपोर्ट पर शनिवार काे विशेष आमसभा में बहस हुई। एक नगरसेवक छोड़ अन्य सभी ने जांच रिपोर्ट का समर्थन कर कचरा संकलन एजेंसियां एजी एन्वायरो और बीवीजी की हकालपट्टी करने के पक्ष में मत रखा। प्रशासन का कहना है कि इस मामले में जल्दबाजी करना उचित नहीं है। न्यायालयीन प्रक्रिया में मनपा का पक्ष कमजोर पड़ने पर आर्थिक दंड भुगतना पड़ सकता है। नगरसेवक और प्रशासन का पक्ष सुनने के बाद महापौर ने जांच समिति के निष्कर्ष पर अमल करते हुए कचरा संकलन एजेंसियों की बर्खास्तगी के लिए सीनियर काउंसिलर की सलाह से कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करने के प्रशासन को निर्देश दिए।

कटघरे में कचरा संकलन एजेंसियां
कचरा संकलन एजेंसियों को लेकर मनपा सदन में स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कर सत्तापक्ष नेता अविनाश ठाकरे की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गई थी। 6 महीने में समिति जांच पूरी कर रिपोर्ट महापौर को सौंपी। रिपोर्ट पर चर्चा के लिए शनिवार को मनपा की आमसभा बुलाई गई। चर्चा में अनेक नगरसेवक सहभागी हुए। कमलेश चौधरी ने दोनों एजेंसियों की कायप्रणाली पर समाधान व्यक्त किया। उन्हें छोड़ अन्य सभी नगरसेवकों ने एजेंसियों की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा किया। जांच रिपोर्ट के तत्थ्यों और निष्कर्षों पर सदन में बहस हुई।

सलाहकार से निश्चित अवधि तय करें : महापौर ने नियम के दायरे में रहकर कानूनी सलाहकार से सलाह लेकर दोनों एजेंसियों के िखलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सलाहकार से निश्चित अवधि भी तय करने के लिए कहा। वरिष्ठ सलाहकार से जांच समित की रिपोर्ट के साथ समिति ने 7 महीने में ली बैठकों की रिपोर्ट भी देने के निर्देश दिए।

प्रशासन ने नहीं किया जिम्मेदारी का निर्वहन
महापौर ने कहा कि किसी भी एजेंसी को काम देना नियमांतर्गत प्रक्रिया का एक हिस्सा है। जो एजेंसी नियुक्त की गई, उससे काम कराने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। मनपा प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया। पूर्व महापौर संदीप जोशी की ओर से सदन में रखे गए प्रशासन की  लापरवाही का विषय गंभीर है। प्रशासन ने दोनों एजेंसियों के साथ काम करते समय तकनीकी पूर्तता करने में एक साल विलंब किया। स्टेयरिंग कमेटी ने भी अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई।

रिपोर्ट पर जांच समिति कायम : ठाकरे
जांच समिति अध्यक्ष अविनाश ठाकरे ने कहा कि जांच में पाए गए तथ्यों के आधार पर प्रशासन को रिपोर्ट दी गई है। जांच समिति अपनी रिपोर्ट पर कायम है। दोनों एजेंसियों की जांच का समिति ने दायरा निश्चित किया था। उसमें कंपनी का कामकाज, नौकर भर्ती, कचरे में मिट्टी की मिलावट इन विषयों पर जांच केंद्रित रही।

जांच समिति का िनष्कर्ष
महानगरपालिका के साथ अनुबंध के अनुसार एजी एन्वायरो और बीवीजी एजेंसी ने शहर में घर-घर जाकर कचरा संकलन और परिवहन करने में अनियमितता बरती है। करार का उल्लंघन करने के कारण दोनों एजेंसियों का अनुबंध समाप्त कर 3 महीने में नई एजेंसी नियुक्त करने का जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष दिया।

Created On :   30 Jan 2022 9:33 AM GMT

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