अनियमितताओं पर जवाब देने से बचने के लिए खत्म की सीनेट

Nagpur University Vice Chancellors complaint to the Governor
अनियमितताओं पर जवाब देने से बचने के लिए खत्म की सीनेट
नागपुर यूनिवर्सिटी कुलगुरु की राज्यपाल से शिकायत अनियमितताओं पर जवाब देने से बचने के लिए खत्म की सीनेट

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी के कार्यकाल में नागपुर विश्वविद्यालय में बड़े पैमाने पर अनियमिताएं होने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्यों ने संयुक्त रूप से पत्रकार परिषद ली। सदस्यों ने बताया कि उन्होंने मिल कर डॉ. चौधरी की शिकायत राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से की है। दरअसल, बीती 11 मार्च को विश्वविद्यालय की सीनेट की सभा में कई अहम विषयों पर चर्चा होने वाली थी। सीनेट सदस्यों ने इस बैठक में विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार और अन्य अनियमितताओं पर प्रशासन से आधिकारिक जवाब पटल पर रखने की मांग की थी। लेकिन 11 मार्च को बैठक शुरू होते ही कुलगुरु ने सभा खत्म करने की घोषणा कर दी। जिससे उक्त मुद्दों पर चर्चा किए बगैर ही बैठक समाप्त कर दी गई। इसी दिन सीनेट सदस्यों ने दिन भर कुलगुरु के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, तो उन्हें आश्वासन दिया गया था कि 4 अप्रैल को बैठक ली जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे नाराज सदस्यों ने राज्यपाल से कुलगुरु की शिकायत करके मामले की जांच करने और कुलगुरु के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। पत्रकार परिषद में एड. मनमोहन बाजपेयी ने कहा कि विश्वविद्यालय में बीते कुछ दिनों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। परीक्षा का कामकाज ब्लैकलिस्टेड एमकेसीएल को देने का मामला हो या फिर इंजीनियरिंग विभाग में 3.38 करोड़ रुपए के काम बगैर टेंडर निकाले आवंटित करने का मामला हो, इस पर विवि प्रशासन को जवाब देना चाहिए था। लेकिन इससे बचने के लिए सीनेट सभा खत्म की गई। वहीं सदस्य विष्णु चांगदे ने भी मुद्दा उठाया कि विवि में पीएचडी अभ्यर्थियों की प्रताड़ना और एलईसी समिति में एक ही सदस्य की बार बार नियुक्त करने का विषय भी बैठक में उपस्थित किया जाने वाला था। लेकिन इस पर प्रशासन चर्चा से बच रहा है। इस पत्रकार परिषद में सदस्य शिवाणी दाणी, डॉ. नितीन कोंगरे, डॉ. अजीत जाचक, डॉ. उर्मिला डबीर, डॉ. शरयू तायवाडे, शिलवंत मेश्राम, वामन तुर्के, डॉ. चेतनकुमार मसराम व अन्य सदस्यों की उपस्थिति थी। 

Created On :   20 April 2022 4:36 PM IST

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