नागपुर से होगा संक्रामक बीमारियों का नियंत्रण

Nagpur will control infectious diseases
नागपुर से होगा संक्रामक बीमारियों का नियंत्रण
केंद्र सरकार का फैसला नागपुर से होगा संक्रामक बीमारियों का नियंत्रण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार ने देश के 30 शहरों में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर डीजिस कंट्रोल अर्थात एनसीडीसी) शुरू करने का निर्णय लिया है। इसमें नागपुर भी शामिल है। देश के अलग-अलग शहरों में 8 केंद्र शुरू हो चुके हैं। नागपुर विभाग के स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय (माता कचेरी) परिसर की 2 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण होगा। इसके लिए 16 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। केंद्र सरकार की टीम की निगरानी में इसके निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। इस केंद्र में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

देशभर में 30 केंद्र बनाने का लक्ष्य : दो साल से अधिक अवधि तक कोरोना महामारी का प्रकोप रहा है। इस दौरान हजारों लोग त्रासदी का शिकार हुए। हर रोज हजारों सैंपल जमा किए जा रहे थे। बाद में उनकी जांच में पॉजिटिव या निगेटिव का पता चलता था। इस दौरान कोरोना के ही दूसरे वायरस भी सामने आने लगे थे। संदेहास्पद स्थिति में यह सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे की प्रयोगशाला में भेजे जाते थे। वहां से रिपोर्ट आने में समय लगता था। इसके अलावा भी नए-नए वायरस का पता लगाना जरूरी होता है। संक्रामक बीमारियां फैलने पर सैंपल लेकर जांच करना जरूरी होता है। विलंब होने पर यह बीमारी और फैलने की संभावना बनी रहती है, इसलिए केंद्र सरकार ने लोगों की सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए देश भर में 30 राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र बनाने की शुरुआत की है।

6 नए केंद्रों में नागपुर शामिल : राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र का मुख्यालय दिल्ली में है। अब तक 8 केंद्र शुरू हो चुके हैं। इनमें अलवर, बेंगलुरु, कोज़ीकोड, कुन्नूर, जगदलपुर, पटना, राजमुंदरी और वाराणसी शामिल हैं। हाल ही में  6 केंद्र और शुरू करने की घोषणा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने की। इन केंद्रों का वर्चुअल भूमिपूजन भी किया गया है। यह 6 केंद्र महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, केरल, त्रिपुरा और उत्तरप्रदेश के बड़े शहरों में स्थापित होंगे। महाराष्ट्र में यह केंद्र नागपुर में बनाया जाएगा। स्वास्थ्य सेवा उपसंचालक कार्यालय यानि माता कचेरी परिसर की 2 एकड़ पर इस केंद्र का निर्माण होगा। इसके लिए 18 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। जल्द ही इसके निर्माण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

होंगी अत्याधुनिक सुविधाएं : केंद्र सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीनस्थ स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक के प्रशासनिक नियंत्रण में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र काम करता है। केंद्र का काम संक्रामक व अन्य रोगों की निगरानी, जांच, रोकथाम व नियंत्रण करना है। यह केंद्र स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मेडिकल कॉलेजों, अनुसंधान संस्थानों के साथ तालमेल बनाकर औषधोपचार व अन्य उपाय योजना पर परामर्श कर काम करता है। इस केंद्र में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। इस केंद्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित बैक्टीरियल, वायरल, फंगल व परजीवी रोगों से संबंधित परीक्षण और रेफरल प्रयोगशालाएं होंगी। इसमें जैव सुरक्षा प्रयोगशाला, आरटीपीसीआर और अन्य प्रयोगशालाएं होगी। सैंपल जांच के लिए अत्याधुनिक तकनीक होगी। यह केंद्र मध्य भारत के लिए लाभदायी साबित होगा। 

नागपुर के लिए गौरव की बात है 

नागपुर में राष्ट्रीय राेग नियंत्रण केंद्र कें निर्माण होना एक बड़ी उपलब्धि है। स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय परिसर की 2 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण होगा। इसके निर्माण से लेकर सारे काम केंद्रीय टीम करेगी। इसके अलावा यहां विशेषज्ञों की टीम व कर्मचारियों की नियुक्ति भी केंद्र सरकार द्वार की जाएगी। राज्य में यह पहला केंद्र है। इसका लाभ पूरे राज्य को मिलेगा। स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से देखें, तो यह नागपुर के लिए गौरव की बात है। 

-डॉ. विनिता जैन, उपसंचालक, स्वास्थ्य सेवा नागपुर विभाग

Created On :   11 Sept 2022 3:02 PM IST

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