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नागपुर के सीपी रहे डॉ. केे. व्यंकटेशम का नाम भी शुमार, कई अभियान चलाए - हेलमेट सख्ती थी अहम
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संतरानगरी के पुलिस आयुक्त रह चुके डॉ. के. व्यंकटेशम का नाम भी डीजीपी की दौड़ में शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है। इनके साथ ही हेमंत नगराले और रजनीश सेठ के नाम भी इस दौड़ में हैं। नगराले इसके पहले प्रभारी डीजीपी का पदभार संभाल चुके हैं। हालांकि, संजय पांडेय के डीजीपी बनाए जाने के बाद हेमंत नगराले को मुंबई का पुलिस आयुक्त बना दिया गया। संजय पांडेय जून 2022 में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। डीजीपी की दौड़ में तीन शीर्ष अधिकारियों के नाम इन दिनों सुर्खियों में हैं। अगर राज्य सरकार ने पांडेय के कार्य का एक्सटेंशन नहीं मांगा, तो वह सेवानिवृत्त हो जाएंगे। डीजीपी पद के प्रथम दावेदार नगराले ही माने जा रहे हैं।
वर्तमान में मुंबई में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हैं: उल्लेखनीय है कि डॉ. के. व्यंकटेशम ने अगस्त 2016 से जुलाई 2018 के बीच नागपुर शहर पुलिस आयुक्त की बागडोर संभाली थी। उन्होंने उपराजधानी में कई अभियान शुरू किए थे। जिसमें हेलमेट की सख्ती का अभियान सबसे अहम था। इसके बाद यह अभियान राज्य के दूसरे शहरों में सख्ती से लागू किया गया। नागपुर शहर पुलिस आयुक्त का पदभार संभालने के बाद उन्हें पुणे का पुलिस आयुक्त बनाया गया। उपरांत उन्हें मुंबई में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के रूप में विशेष अभियान का कार्यभार संभाल रहे हैं।
चर्चा में तीन नाम : डॉ. के. व्यंकटेशम ने नागपुर में पुलिस के बच्चों के लिए पुलिस स्कूल शुरू करने की शुरूआत की, लेकिन वह शुरू नहीं हो सका। उन्होंने पुलिस अस्पताल में पॉली क्लीनिक शुरू किया। साथ ही पुलिस जिम, थानों का कायाकल्प, दामिनी पथक का विस्तार व आधुनिकीकरण, नए पुलिस क्वार्टर का निर्माण, पुलिस बीट मार्शल और तीन पुलिस पेट्रोल पंप की नींव उन्होंने रखी थी। सूत्रों के अनुसार डीजीपी की दौड़ में शामिल उक्त तीनों नाम के अलावा कुछ अन्य नाम भी चयन समिति के पास भेजे गए हैं। इन तीनों नाम पर ज्यादा चर्चा हो रही है।
Created On :   24 Nov 2021 5:05 PM IST