राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल की 47% रेल लाइन और 4 स्टेशनों को कवर करने वाली सबसे बड़ी निविदाओं में से एक के लिए तकनीकी निविदाएं खोली

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राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल की 47% रेल लाइन और 4 स्टेशनों को कवर करने वाली सबसे बड़ी निविदाओं में से एक के लिए तकनीकी निविदाएं खोली

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। रेल मंत्रालय राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम (एनएचएसआरसीएल) ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) की 47% रेल लाइन और 4 स्टेशनों को कवर करने वाली सबसे बड़ी निविदाओं में से एक के लिए तकनीकी निविदाएं खोली Posted On: 23 SEP 2020 8:13PM by PIB Delhi राष्ट्रीय उच्च गति रेल निगम (एनएचएसआरसीएल) ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) के 47% रेल मार्ग और 4 स्टेशनों को शामिल करने वाली सबसे बड़ी निविदाओं में से एक के लिए तकनीकी निविदाएं खोली हैं। मुंबई-अहमदाबाद उच्च गति रेल गलियारे की 237 किलोमीटर लंबी मेनलाइन के डिजाइन और निर्माण के लिए तकनीकी निविदाओं को आज खोला गया। यह निविदा गुजरात राज्य में वापी और वडोदरा के बीच 508 किलोमीटर लम्बे कुल रेल मार्ग का लगभग 47% है। इसमें 04 स्टेशन -वापी, बिलिमोरा, सूरत और भरूच, 24 नदियां और 30 सड़क क्रॉसिंग शामिल हैं। यह पूरा रेल खंड गुजरात राज्य में है और परियोजना के लिए 83% से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। इस प्रतिस्पर्धी नीलामी प्रक्रिया में में 7 (सात) प्रमुख इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों सहित तीन बोली लगाने वालों ने भाग लिया है। बोली लगाने वालों का नाम: 1: एफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड - इरकॉन इंटरनेशनल लिमिटेड - जेएमसी प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड- संघटन 2: लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड। 3: एनसीसी लिमिटेड - टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड- जे. कुमार इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड - एचएसआर संघटन इस परियोजना के निर्माण के दौरान अकेले एमएएचएसआर 90,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराएगा। परियोजना से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि उत्पादन और विनिर्माण इकाइयों को भी लाभ होने की उम्मीद है। इस परियोजना के निर्माण में 75 लाख मीट्रिक टन सीमेंट, 21 लाख मीट्रिक टन स्टील और 1.4 लाख मीट्रिक टन संरचनात्मक इस्पात के उपयोग किये जाने की उम्मीद है। इन सभी का उत्पादन भारत में ही किया जाएगा। इसके अलावा, परियोजना के माध्यम से बड़ी निर्माण मशीनरी बाजार को भी बढ़ावा मिलाने की आशा है।

Created On :   24 Sept 2020 2:11 PM IST

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