आत्महत्या करने वाले किसानों की पत्नियों के नाम 50 हजार की एफडी करेगी एनसीपी

NCP will make FD on name of wives of farmers who commit suicide
आत्महत्या करने वाले किसानों की पत्नियों के नाम 50 हजार की एफडी करेगी एनसीपी
आत्महत्या करने वाले किसानों की पत्नियों के नाम 50 हजार की एफडी करेगी एनसीपी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपना 80वां जन्मदिन मना रहे राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उनका जुड़ाव समाज के आखिरी व्यक्ति और युवा पीढ़ी से हैं। उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन के मौके पर जो धनादेश (चेक) मिले हैं उनके जरिए वेलफेयर ट्रस्ट के जरिए जरूरतमंद किसानों की मदद की जाएगी। पवार ने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबकर आत्महत्या करने वाले किसानों की विधवाओं के नाम 50 हजार रुपए की सावधि (एफडी) बैंक में जमा की जाएगी। जिससे किसानों के परिवार वाले सम्मान से जिंदगी बरस कर पाएं। इसके अलावा आत्महत्या करने वाले किसानों के बच्चों की शिक्षा का खर्च भी पार्टी के ट्रस्ट के जरिए वहन किया जाएगा।

पवार के जन्मदिन के मौके पर मुंबई स्थित यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस मौके पर उनके भतीजे अजित पवार, राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील, वरिष्ठ राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल समेत कई बड़े नेता और सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे। किसान कृतज्ञता दिवस के रुप में पवार का जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर पवार को 1 करोड़ 80 लाख रुपए सौपे गए। पवार ने कहा कि इन पैसों से किसानों की विधवाओं की मदद की जाएगी और उनके बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाया जाएगा। पार्टी के नेताओं से पवार ने कहा कि उनका जुड़ाव समाज के आखिरी आदमी और युवाओं से है और पार्टी को भी उनके लिए काम करना है। पवार ने कहा कि उन्हें उनका जन्मदिन नहीं याद रहता अपनी मां का जन्मदिन वे नहीं भूलते। इसके अलावा उनकी पत्नी का जन्मदिन 13 दिसंबर को है और वरिष्ठ अभिनेता दिलीप कुमार का 11 दिसंबर  को आने वाला जन्मदिन भी उन्हें याद रहता है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में सफलता या असफलता मिलती है तो उन्हें उनकी मां और आम आदमी याद आते हैं। 

पवार ने दिल्ली को दिखाया स्वाभिमान 

राकांपा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद शरद पवार ने दिल्ली को दिखाया कि स्वाभिमान क्या होता है। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने अनगिनत काम किए हैं और आज 80 साल की उम्र में भी नई पीढ़ी को सक्षम बनाने में योगदान कर रहे हैं। उनका नाम इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा।   

 


 

Created On :   12 Dec 2019 9:18 PM IST

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