प्रवासियों की सुगम यात्रा के लिए चलें विशेष ट्रेनें, पूर्वी उत्तर प्रदेश के सांसद-विधायकों से संवाद करेंगे कृपाशंकर 

Need to run special trains for smooth travel of migrants-Kripa Shankar
प्रवासियों की सुगम यात्रा के लिए चलें विशेष ट्रेनें, पूर्वी उत्तर प्रदेश के सांसद-विधायकों से संवाद करेंगे कृपाशंकर 
प्रवासियों की सुगम यात्रा के लिए चलें विशेष ट्रेनें, पूर्वी उत्तर प्रदेश के सांसद-विधायकों से संवाद करेंगे कृपाशंकर 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के लिए दिल्ली-मुंबई की तरह ही स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से संवाद साधा और प्रवासी मजदूरों की समस्या का अतिशीघ्र समाधान खोजने की दिशा में पहल शुरू की। जिसके तहत पूर्वांचल के सभी दलों के सांसदों व विधायकों से संवाद साधा जाने वाला है। ताकि महाराष्ट्र और यूपी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों व रेलमंत्री तक प्रवासी मजदूरों की मांग, समस्या और समाधान पहुंचाया जा सके। 

कृपाशंकर सिंह ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के लिए इस वक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन ही छोड़़ी जा रही है। चूंकि इन ट्रेनों की मजदूरों को ले जाने की क्षमता 1200 से 1500 तक ही सीमित है। लिहाजा बड़ी संख्या में जिन लोगों को रोजगार छिन गया है, जिनके पास मुंबई में रहने की समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसे मजदूर पैदल, ट्रक, ऑटो रिक्शा और यहां तक मोटरसायकिल का सहारा लेकर गांव पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से संवाद साधने के बाद एक आम राय निकल कर आई है कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने दिल्ली से मुंबई व अन्य बड़े शहरों के लिए स्पेशल एसी ट्रेन चलाई है और इसकी बुकिंग ऑनलाइन होती है। ठीक उसी तरह मुंबई से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों के लिए स्पेशल ट्रेनें शुरू की जाए। जिसकी ऑनलाईन बुकिंग कर लोग अपने गांव जा सके और इसके लिए पहले से रजिस्ट्रेशन की शर्त न रखी जाए। जिनके पास ऑनलाईन टिकट हो उसकी स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच कर ट्रेन में बैठने दिया जाए।  

सेंट्रल रेलवे से रवाना हो ज्यादा ट्रेनें 

पूर्वांचल के लिए अभी तक ज्यादातर ट्रेनें पश्चिम रेलवे से चलाई जा रही हैं। सेंट्रल रेलवे के ठाणे और कल्याण जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों से अधिक संख्या में ट्रेन चलाई जाने की भी मांग हो रही है। क्योंकि इन इलाकों में बड़ी संख्या में प्रवासी उत्तर भारतीय रहते हैं। 
 
 

Created On :   14 May 2020 6:35 PM IST

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