निगेटिव, फिर पॉजिटिव रिपोर्ट में बीतेे दिन, प्लाज्मा थैरेपी नहीं आई काम

Negative, then positive reports in the past, plasma therapy did not work
निगेटिव, फिर पॉजिटिव रिपोर्ट में बीतेे दिन, प्लाज्मा थैरेपी नहीं आई काम
निगेटिव, फिर पॉजिटिव रिपोर्ट में बीतेे दिन, प्लाज्मा थैरेपी नहीं आई काम

डिजिटल डेस्क जबलपुर । शहर की पहली प्लाज्मा थैरेपी वाले बुजुर्ग कोरोना संक्रमित की शुक्रवार को मौत हो गई। मेट्रो अस्पताल में करेली िनवासी 70 वर्षीय बुजुर्ग को 23 जुलाई को भर्ती कराया गया था। फेफड़ों में संक्रमण होने पर अगले दिन उनका कोविड सैम्पल लिया गया जिसकी 28 जुलाई को आई रिपोर्ट निगेटिव थी। मरीज को गैर संक्रमित मानकर इलाज किया गया, लेकिन डॉक्टर्स को संक्रमण देख उनके कोरोना संक्रमित होने का विश्वास था, 28 को फिर सैम्पल भेजा गया और 31 जुलाई को पॉजिटिव रिपोर्ट आई। आठ दिन तक मरीज का गैर संक्रमित तौर पर इलाज होता रहा जिससे समय पर कोरोना ट्रीटमेंट शुरू नहीं हो सका। उन्हें शहर की पहली प्लाज्मा थैरेपी दी गई, वो भी काम नहीं आई। 26 जुलाई से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे उक्त बुजुर्ग की शुक्रवार को फेफड़ों में गंभीर संक्रमण होने के कारण मौत हो गई। 
गंभीर मरीज हुए कोरोना से स्वस्थ - कोविड मरीजों का मेट्रो अस्पताल में इलाज शुरू होने के बाद शुक्रवार को 15 दिन में यहाँ पाँच बुजुर्गों सहित 10 संक्रमितों ने कोरोना से जंग जीती। स्वस्थ हुए मरीजों में रीवा निवासी 80 साल के बुजुर्ग भी हैं, इनके अलावा मायोथेसिया ग्रेसिव की बीमारी से पीडि़त जवाहरगंज निवासी 68 साल के बुजुर्ग ने भी कोरोना को मात दी। डिस्चार्ज हुए अधिकांश मरीजों की प्रारंभिक स्थिति काफी गंभीर थी तथा सभी गंभीर निमोनिया से ग्रसित थे। 
 

Created On :   8 Aug 2020 3:37 PM IST

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