राशन बाँटने में लापरवाही, शहर में जीरो - गाँव की ढाई हजार से ज्यादा शिकायतें

Negligence in distributing ration, zero in the city - more than two and a half thousand complaints in the village
राशन बाँटने में लापरवाही, शहर में जीरो - गाँव की ढाई हजार से ज्यादा शिकायतें
राशन बाँटने में लापरवाही, शहर में जीरो - गाँव की ढाई हजार से ज्यादा शिकायतें

कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी नहीं कर रहे समस्या का समाधान, हर दिन बढ़ रहा आँकड़ा
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
कोरोना संक्रमण फैलने के बाद गरीबों को एक साथ तीन महीने का राशन दिया जाना था। वहीं प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना का राशन भी बाँटा जाना था लेकिन राशन वितरण में लापरवाही बरती गई, जिससे कई हितग्राही राशन से वंचित हो गए। वहीं कई गरीबों को पात्रता पर्चियाँ जारी की गई थीं ताकि आपदा के समय उन्हें राशन मिल सके। अधिकारियों ने कई पर्चियाँ नहीं दीं जिससे उन्हें राशन नहीं मिल पाया। हितग्राहियों ने खाद्य शाखा और कलेक्टर को शिकायतें सौंपीं इसके बाद भी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी इन शिकायतों का समाधान नहीं कर रहे हैं। शहर में तो शिकायतें जीरो हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में शिकायतों का आँकड़ा ढाई हजार के पार पहुँच गया है। दूसरी तरफ ये शिकायतें कम होने की बजाय बढ़ती ही जा रही हैं। 
किसकी, कितनी शिकायतें
 खाद्य शाखा की 2529 शिकायतें हैं जिनमें से कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों द्वारा निराकरण न किए जाने से ये शिकायतें जिला आपूर्ति नियंत्रक के पास पहुँच गई हैं। प्रभारी जिला आपूर्ति नियंत्रक के पास अभी 1562 से ज्यादा शिकायतें पेंडिंग हैं। सहायक आपूर्ति अधिकारी गोहलपुर संजय खरे की जीरो, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी गोरखपुर की जीरो व नीलम उपाध्याय कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रांझी की एक भी शिकायत नहीं हैं। इसी तरह कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी कुंडम शुचिता दुबे की 21, रोशनी पांडे पनागर की सबसे ज्यादा 240, वंसुधरा पेंड्रो पाटन की 149, भावना तिवारी बरगी की 75, पल्लवी जैन मझौली की 184, सिद्धार्थ राय शहपुरा की 171 व मीनाक्षी दुबे सिहोरा की 127 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से बहुत सी शिकायतें तो ऐसी हैं जो सौ दिन से ज्यादा की हैं जिनका निराकरण नहीं हो रहा है। 
इनका कहना है
सभी अधिकारियों को शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं, इसके बाद भी अगर शिकायतें कम नहीं होती हैं तो अब नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। शिकायतों का समाधान निचले स्तर पर ही करने कहा गया है। 
-सुधीर दुबे, जिला आपूर्ति नियंत्रक
 

Created On :   23 Jun 2021 2:58 PM IST

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