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न वाहन फास्ट हुए- न टैग के पते, वैसे 15 दिसंबर से लागू है नया नियम
डिजिटल डेस्क, नागपुर। देशभर में 15 दिसंबर से फास्टैग पूरी तरह से लागू कर दिया गया है। इसे लागू करने के साथ ही अनिवार्य भी कर दिया गया है। सभी वाहनों पर फास्टैग कार्ड होना अनिवार्य है, नहीं तो नकद में दोगुना टोल टैक्स देना हाेगा। इस अनिवार्यता के साथ देश भर के सभी टोल नाकों पर कैश टोल को फास्टैग टोल में बदल दिया गया है। टोल नाकों पर फास्टैग काम कर रहे हैं या नहीं, इसकी जमीनी हकीकत जानने के लिए भास्कर ने टोल फास्टैग की स्थिति जानी, जिसमें सबसे आश्चर्यजनक यह रहा कि टोल नाके पर अब भी फास्टैग नहीं लगाया गया है और टैक्स नकद में ही लिया जा रहा है। नागपुर के दीघोरी टोल नाके पर एक भी टोल पर फास्टैग नहीं लगाया गया है। यहां पर किसी भी कंपनी या बैंक का पीओएस भी नहीं है, जहां से आम व्यक्ति फास्टैग ले सके।
बोर्ड तक मौजूद नहीं
शनिवार की शाम करीब 4.30 बजे दिघोरी टोल प्लाजा पर देखा गया कि टोल पर किसी भी तरह का फास्टैग का कोई बोर्ड नहीं लगा है। टोल पर पूछताछ करने पर बताया गया कि यहां पर फास्टैग नहीं लगाया गया है। कुछ समय बाद लगाया जाएगा। टोल पर न तो किसी कंपनी का और न तो किसी बैंक का पीओएस भी नहीं लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि पूरे देश में फास्टैग के 28500 प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) बनाए गए हैं, जहां फास्टैग मिल रहे हैं। अब तक पूरे देश में 70 लाख फास्टैग जारी किए जा चुके हैं। नागपुर में भी 60 प्रतिशत से ज्यादा गाड़ियों पर फास्टैग लग चुके हैं, लेकिन नागपुर में टोल पर ही फास्टैग टोल नहीं लगा है। इसके साथ ही यहां पर फास्टैग लेने के लिए भी कोई पीओएस नहीं है। फास्टैग नहीं होने पर वाहन चालकों को कैश लाइन में जाना पड़ रहा है
फास्टैग को 1 दिसंबर से पूरे देश में लागू करने के साथ ही अनिवार्य भी किया जाने वाला था, लेकिन इसकी तिथि आगे बढ़ाकर 15 दिसंबर की गई थी। इसे लागू करने का उद्देश्य टोल पर वाहनों की लगने वाली लंबी-लंबी कतारों और हाईवे पर लंबे जाम से निजात दिलाना है, इसलिए इसे अनिवार्य रूप से लागू किया गया है। 15 दिसंबर से यह पूरी तरह अनिवार्य हो गया है, फिर भी सभी टोल प्लाजा पर एक लाइन कैश की रखी गई है। यदि कोई समस्या होती है या फास्टैग नहीं है, तो वाहन चालक कैश लाइन में जा सकते हैं, जिसके कारण कई टोल नाका के कैश लाइन पर 1 किमी तक लंबी कतारें भी लग रही हैं। रियायत के तौर पर 31 दिसंबर तक ज्यादा व्यस्त टोल नाकों पर 2 कैश लाइन लगाने की अनुमति दी गई है।
फास्टैग है, पर रजिस्टर नहीं
शहर में फास्टैग को लेकर वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। कई लाेगों को बैंकों से फास्टैग नहीं मिल पा रहे हैं। साथ ही पेटीएम और नई गाड़ियों में लगे फास्टैग से बेरियर ओपन नहीं हो रहे हैं। पेटीएम के फास्टैग पर डीलर फास्टैग को देने के बाद पेटीएम वॉलेट से लिंक करने के लिए जरूरी निर्देश नहीं दे रहे हैं। कई लोगों के पेटीएम वॉलेट में रिचार्ज है, लेकिन फास्टैग में नहीं है। पेटीएम फास्टैग मंे कई टापअप भी हैं, जिन्हें कैसे एक्टिवेट करना है, यह जानकारी वाहन मालिकों के पास नहीं है। हालांकि पिछले दो माह में रजिस्टर की गई नई गाड़ियों में डीलर फास्टैग लगाकर दे रहे हैं, लेकिन उसे रजिस्टर नहीं कर रहे हैं। फास्टैग काउंटर पर जाने के बाद वाहन चालक को पता चलता है कि उसका फास्टैग रजिस्टर नहीं है।
Created On :   22 Dec 2019 4:41 PM IST