वन्यजीवों के लिए जी का जंजाल बना नया आउटर रिंग रोड

New Outer Ring Road became the website for wildlife
वन्यजीवों के लिए जी का जंजाल बना नया आउटर रिंग रोड
वन्यजीवों के लिए जी का जंजाल बना नया आउटर रिंग रोड

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर सीमा के पार से बना आउटर रिंग रोड भले ही आवागमन के लिए सुविधाजनक साबित हो रहा है, लेकिन इससे कुछ जगहों पर वन्यजीव कैद होकर रह गए हैं। अवैध शिकार से लेकर पालतू जानवरों द्वारा उनका शिकार भी किया जा रहा है। बेसा के घोगली, पिंपडा, बेलतरोड़ी, शंकरपुर, वेडा, सोनेगांव एयरपोर्ट इलाका आदि जगहों पर यह हालात बने हैं। हालांकि वन्यजीव प्रेमियों के अनुसार वन विभाग इनके लिए कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है, जिससे तेजी से इनकी संख्या भी कम हो रही है। 

सड़क पार करने पर है खतरा
आउटर रिंग रोड इनके लिए काल बना हुआ है। कई बार रिंग रोड पार करते वक्त वन्यजीवों की तेज रफ्तार से आने वाले वाहनों से टक्कर लगकर मौत हो जाती है। ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 

लगातार कम हो रही संख्या
राज्य के एनीमल वेलफेयर ऑफिसर स्वप्निल बोधाने ने बताया है कि इस क्षेत्र में कुछ समय पहले तक बहुत ज्यादा काले हिरण और अन्य वन्यजीव देखे जाते थे, लेकिन अवैध शिकार के कारण इनकी संख्या तेजी से कम हो रही है। हालांकि अभी-भी इन्हें आसानी से देखा जा सकता है। 

सुरक्षित जगह पर छोड़ सकते हैं
जानकारों की मानें, तो वन विभाग इन्हें यहां से दूसरी जगह शिफ्ट कर सकता है। गोमा कैप्चर के माध्यम से इस प्रक्रिया को वन्यजीवों को बिना कोई नुकसान पहुंचाए सुरक्षित जगह पर छोड़ा जा सकता है। या फिर आउटर रिंग रोड से भुयारी मार्ग बनाने पर वन्यजीव एक जगह से दूसरी जगह आसानी से होगी।  

नहीं है उपाययोजना
अभी इस बारे में कोई उपाययोजना तैयार नहीं की गई है, लेकिन इस तरह की स्थिति है, तो जल्दी ही संबंधित क्षेत्र का जायजा लेकर उपाययोजना बनाई जाएगी।  - डॉ. प्रभुनाथ शुक्ला, डीएफओ, नागपुर परिक्षेत्र वन विभाग
 

Created On :   4 Feb 2020 1:06 PM IST

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