आधुनिक तकनीक खेतों तक पहुंचे तभी बढ़ेगी किसानों की आय

new technology of farming will growth the income
आधुनिक तकनीक खेतों तक पहुंचे तभी बढ़ेगी किसानों की आय
आधुनिक तकनीक खेतों तक पहुंचे तभी बढ़ेगी किसानों की आय

डिजिटल डेस्क शहडोल । कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग के अधिकारी किसानों की आय में निरंतर वृद्धि करना सुनिश्चित करें। कृषि के साथ-साथ आधुनिक उद्यानिकी फसलें, पशु पालन एवं मत्स्य पालन करने के लिये किसानों को प्रेरित और प्रोत्साहित करें। कृषि वैज्ञानिक और कृषि विभाग के मैदानी, अधिकारी-कर्मचारी खेती की आधुनिक तकनीक को किसानों के खेतों तक पहुंचाये। यह निर्देश अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त पी.सी.मीना ने  कलेक्टर कार्यालय शहडोल में रीवा एवं शहडोल संभाग की खरीफ  एवं रबी सीजन की तैयारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए।
भावांतर में 15 तक पंजीयन-
उन्होने कहा कि रीवा और शहडोल संभाग के कुछ जिलों में कम वर्षा हुई है, कम वर्षा को दृष्टिगत रखते हुये किसानों को रबी सीजन में कम पानी में पकने वाली फसलें लगाने के लिये प्रेरित एवं प्रोत्साहित करें। कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देश दिये कि भावांतर योजना का ग्रामीण क्षेत्रों में निरंतर प्रचार प्रसार करायें तथा इस योजना में ज्यादा-ज्यादा किसानों का पंजीयन करायें।  भावांतर योजना में पंजीयन की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2017 है, अत: सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि वे भावांतर योजना में पंजीयन कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा की गई।
18 हजार किसानों को मिला शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण-
 कमिश्नर शहडोल संभाग बी.एम.शर्मा ने कहा कि शहडोल संभाग में लगभग 4 लाख 21 हजार किसान हैं, जिनमें से सिर्फ 18 हजार किसानों को ही सहकारिता विभाग द्वारा शून्य प्रतिशत ब्याजदर पर ऋण मुहैया कराया जा रहा है। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा संचालित यह एक अभिनव योजना है, इस योजना का और अधिक प्रचार-प्रसार कर इस योजना का लाभ किसानों तक पहुंचाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि यह चिंता का विषय है कि इस अभिनव योजना का लाभ हम किसानों तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। जिस पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देश दिये कि सहकारिता विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस अभिनव योजना का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।
अमानक खाद, बीज बेचने वालों पर दर्ज कराएं एफआईआर-
अपर मुख्य सचिव सह कृषि उत्पादन आयुक्त ने कृषि वैज्ञानिक एवं सहाकारिता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे अमानक खाद-बीज बेचने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने निर्देशित किया है कि किसी भी स्थिति में अमानक खाद-बीज का विक्रय किसानों को नहीं होना चाहिए। कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देशित किया है कि किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद-बीज मुहैया कराने की जवाबदेही कृषि विभाग एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों की है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देश दिये हैं कि अमानक खाद-बीज बेचने वालो का लायसेंस निरस्त करें साथ ही उनके

 

Created On :   12 Oct 2017 12:58 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story