जल्द ही जिले के 48 गांवों को मिलेगी जल संकट से निजात

No water crisis in the 22 villages of katni district
जल्द ही जिले के 48 गांवों को मिलेगी जल संकट से निजात
जल्द ही जिले के 48 गांवों को मिलेगी जल संकट से निजात

डिजिटल डेस्क कटनी। पेयजल संकट से जूझ रहे जिले के 48 गांवों को इससे निजात मिलने की उम्मीद है। यदि सबकुछ ठीक रहा तो इन गांवों में नल जल योजना से गर्मियों तक घर-घर पेयजल की सप्लाई हो सकेगी। इसके लिए पीएचई ने नलकूपों का खनन भी शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री नल जल योजना में जिले के 48 गांवों का चयन किया गया है। प्रत्येक गांव में लगभग एक करोड़ रुपये से इस योजना में खर्च किए जाएंगे। इस योजना के क्रियान्वयन से जिले की लगभग एक लाख आबादी लाभान्वित होगी।
पहले जल स्त्रोत की तलाश
मुख्यमंत्री नल जल योजना में पहली प्राथमिकता जल स्त्रोत की है। हर गांव में तीन नलकूपों का खनन किया जाएगा। इस तरह जिले भर में 144 ट्यूबवेल का खनन होगा। जल स्त्रोत पुख्ता होने पर ही टैंक, पाइप लाइन का कार्य होगा। ताकि राशि का सदुपयोग हो सके। पीएचई द्वारा चिन्हित गांवों में नलकूपों का खनन भी शुरू कर दिया गया है। अब तक 20 गांवों में 58 नलकूपों का खनन किया जा चुका है।
हर ब्लाक में 8 गांव चयनित
मुख्यमंत्री नलजल योजना में जिले के प्रत्येक गांव में आठ गांवों का चयन किया गया है। इस योजना में डेढ़ हजार से अधिक आबादी वाले गांव चयनित हुए हैं। पीएचई से मिली जानकारी के अनुसार विजयराघवगढ़ ब्लाक में अमेहटा, टीकर, कुसमा, चरी, बम्हौरी, जमुवानिक, देवसरी एवं पडख़ुरी है। रीठी ब्लाक में गोदाना, करहिया, बरेहटा, नयाखेड़ा, पौड़ी, सिमराड़ी, सिमरा, घुड़हर हैं। कटनी ब्लाक में  भनपुरा, मझगवां, पिपरौंध, सलैया, केवलारी, टिकरवारा, बिस्तरा, सिंघनपुरी हैं। ढीमरखेड़ा ब्लाक में बरेली, सिमरिया, हरदी, डहुली, पाली, गाढ़ाइटवां, टोला, सरई हैं। बहोरीबंद ब्लाक में निमास, पिपरिया, पौड़ी, तिहारी, सिन्दुरसी, कूड़ा, लिंगरी, ककरेहटा हैं। बड़वारा ब्लाक में बुजबुजा, निगहरा, सुड्डी, झिरिया, परसवाराक, नदावन, छिंदवाई एवं बगैहा हैं।
इनका कहना है
 मुख्यमंत्री नलजल योजना में जिले के 48 गांवों को चिन्हित किया गया है। प्रथम चरण में नलकूपों का खनन किया जा रहा है। अभी तक 144 में से 58 नलकूपों का खनन हो चुका है। इस माह में नलकूप खनन का कार्य हो जाएगा और डीपीआर तैयार कर टेंडर भी लग जाएंगे। विभाग का प्रयास है कि जनवरी में सभी गांवों में कार्य प्रारंभ हो जाए।
- ई.एस. बघेल, कार्यपालनयंत्री पीएचई

 

Created On :   15 Dec 2017 1:27 PM IST

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