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वन्यजीवों को नहीं मिल रहा मांस, इसलिए महाराजबाग में पाली जाएंगी मुर्गियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर। दिन-ब-दिन कोराना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है, जिसके चलते लॉकडाउन की स्थिति भी आगे बढ़ने की आशंका है। ऐसे में जू प्रशासन ने आने वाले समय से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। महाराजबाग प्रशासन ने खाने की कमी न हो, इसलिए 100 से ज्यादा मुर्गियां पालने का निर्णय लिया है, जिन्हें वन्यजीवों के उपयोग में लाया जाएगा। महाराजबाग में प्रतिदिन हजारों की संख्या में सैलानी आते हैं। लेकिन इन दिनों पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति के कारण 15 मार्च से ही जू को बंद कर दिया गया। संचार बंदी के बाद एसेंसियल श्रेणी में जू का जिक्र नहीं था, ऐसे में यहां मौजूद वन्यजीवों के लिए खान-पान की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गए। क्योंकि फल-सब्जियों के अलावा जू में मांस खाने वाले वन्यजीव भी मौजूद हैं, जिसमें बाघ, 5 लेपर्ड, लोमड़ी, मगरमच्छ व उदबिलाव शामिल हैं। इनके लिए प्रतिदिन शहर से ही मांस आता है। प्रतिदिन 40 किलो मांस इन्हें लगता है। हालांकि लॉकडाउन के बाद से वन्यजीवों को खाना लाने वाले वाहनों को किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा है।
प्रशासन हुआ सतर्क
लॉकडाउन यदि बढ़ता है, तो शहर में मांस का टोटा हो सकता है। शहर के बाहर से मांस लाना नामुमकीन सा हो जाएगा। ऐसे में इस बात को ध्यान में रखते हुए महाराजबाग प्रशासन अभी से सतर्क हो गया है। आने वाले दिनों में किसी भी तरह मांस की दिक्कत होती है, तो प्रशासन अपने जू में ही एक खाली पिंजरे में 100 से ज्यादा मुर्गियों का पालन करेगा, जिससे वन्यजीवों को मुश्किल भरे दिनों में खाली पेट नहीं रहना पड़े और आसानी से खाना उपलब्ध हो सके।
फल और सब्जी का भी कर रहे स्टाॅक
जू में फल व सब्जी खाने वाले वन्यजीवों की संख्या ज्यादा है। बंदर, नीलगाय, हिरण, काले हिरण से लेकर पक्षी फल व सब्जियां खाते हैं। लॉकडाउन के समय अब तक इन्हें सही तरह से खाना मिल रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में खाने का टोटा होने पर इन पर भूखे रहने की नौबत आ सकती है। प्रशासन अभी आने वाले फल और सब्जियों काे ज्यादा मंगाकर स्टोर कर रहा है।
तैयारी कर रहा प्रशासन
सुनिल बावस्कर, प्रभारी, महाराजबाग जू के मुताबिक अभी तक खान-पान की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। लेकिन आने वाले समय में यदि मांस की कमी आती है, तो प्रशासन की ओर से परिसर में ही खाली पिंजरें में मुर्गियां पालकर मांस का इंतजाम करने की तैयारी है।
Created On :   7 April 2020 2:00 PM IST