अब वाहनों के हॉर्न सुरीले बजेंगे, नया कानून हो रहा है तैयार
डिजिटल डेस्क, नागपुर. वाहनों की कर्कश आवाज से जल्द राहत मिलेगी। वाहनों के हाॅर्न भी सुरीले होंगे। इस संबंध में नीति निर्धारण के लिए केंद्र सरकार नया कानून बना रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने जानकारी दी। पर्यावरण संरक्षण के लिए जनसहयाेग का आवाहन करते हुए उन्होंने कि, पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन जल्द बंद किए जाएंगे। वायु, जल व ध्वनि प्रदूषण के कारण जनस्वास्थ्य खराब हो रहा है। वाहनों की ध्वनि नियंत्रित की जाएगी। वनराई फाउंडेशन की ओर से डॉ.मोहन धारिया राष्ट्र निर्माण पुरस्कार गडकरी काे प्रदान किया गया। इस अवसर पर गडकरी बोल रहे थे। रविवार को कार्यक्रम का आयोजन आईटी पार्क स्थित परसिस्टंट सभागृह में किया गया। पद्मविभूषण डॉ.रघुनाथ माशेलकर ने पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व राज्यपाल व सांसद श्रीनिवास पाटील ने की। डॉ.वेदप्रकाश मिश्र सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे। गडकरी ने कहा- नाग नदी के संवर्धन के लिए 2400 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। शहर को जल, वायु व ध्वनि प्रदूषण से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है। देशभर में सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इन दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए नीतिगत निर्णय के साथ ही वाहन चलाने के मामले में सजगता आवश्यक है। पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज काे सामने आना होगा। बरसात के पहले 3 मीटर ऊंचाई के पेड़ सभी लगाएं। हवा शुद्ध होगी, स्वास्थ्य भी सुधरेगा। प्रत्येक वार्ड में 3 मीटर ऊंचाई के 500 पेड़ लगाएं। सामाजिक संस्थाएं योगदान दें।
पारंपरिक व्यवसाय को आधुनिकता से जोड़ने का आवाहन करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि, व्यवसाय क्षेत्र में सफल होने के लिए गुणवत्ता के साथ ब्राडिंग जरूरी है। रविवार को महाराष्ट्र सोनार संस्था की ओर से सुरेश भट सभागृह रेशमबाग में सोनार महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गडकरी बोल रहे थे। अ.भा. मालवी सोनार महासंघ के अध्यक्ष विलास अनासाने, आपलं घर संस्था पुणे के संस्थापक विजय फलणीकर, महाराष्ट्र सुवर्णकार संस्था के संस्थापक अध्यक्ष पुरुषोत्तम कावले, महाराष्ट्र सुवर्णकार संस्था के अध्यक्ष विलास बांगरे, राजेश रोकड़े, प्रकाश माजणे, सौरभ ढोमणे, अनिल मालोकर,विलास नासने मंच पर थे। उन्होंने कहा- विश्व में सबसे तेज अर्थव्यवस्था भारत की है। निर्यात बढ़ाने की आवश्यकता है। विश्व में हीरे के क्षेत्र में भारतीयों का वर्चस्व है।
Created On :   27 March 2023 7:30 PM IST