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पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की हर किस्त में घटी संख्या, मुंबई में 4 किसान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने किसानों को सशक्त बनाने के उद्देश के तहत पिछले साल फरवरी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत तो कर दी, लेकिन इस योजना के जो लाभार्थी है उनकी हर किस्त में संख्या घटती गई है। महाराष्ट्र की बात करें तो यहां कुल 8206448 किसान लाभार्थी है। यहां भी हर किस्त में किसान लाभार्थियों की संख्या घट गई है। हालांकि कुल लाभार्थियों की जितनी संख्या है उसके मुताबिक उतने ही किसानों को सम्मान निधि की पहली, दूसरी और तीसरी किस्त मिलनी चाहिए, लेकिन यहां के 7521087 को पहली किस्त, 6702444 को दूसरी किस्त, 4853532 को तीसरी किस्त और 1520741 किसान परिवारों को चौथी किस्त मिलेगी। मजे की बात यह है कि सरकार के पास राज्य के हर जिले से लाभार्थियों की जो संख्या है उनमें मुंबई से चार किसान परिवार है। सरकार की ओर से इन चार किसानों को पहली, दूसरी और तीसरी किस्त मिल गई है, लेकिन चौथी किस्त में यहां एक ही किसान बचा है। इसी प्रकार राज्य के हर जिले से हर किस्त में किसानों की संख्या घट गई है। सरकार के पास राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को मिलाकर लाभार्थियों का कुल आंकडा 85588078 है। स्वाभाविक है कि हर किस्त में इतने ही लाभार्थियों को लाभ मिलना चाहिए, लेकिन अब तक दी गई तीन किस्तों में हर बार लाभार्थियों की संख्या कम हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बीते वर्ष 24 फरवरी को उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में 2019 के संसदीय चुनावों से पहले पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत किसानों को 4 महीने के अंतराल में तीन बराबर किस्त में 6000 रुपये मिलते हैं। सरकारी आंकडों के मुताबिक कुल 85588078 लाभार्थियों में से 81248363 को पहली किस्त, दूसरी किस्त 74614891 और 59657666 लाभार्थियों को तीसरी किस्त दी गई। चौथी किस्त में तो केवल 29002545 लाभार्थियों को किस्त देनी है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को एक समारोह में तीसरी किस्त के रुप में देश के छह हजार करोड़ किसान परिवारों के खाते में 12 हजार करोड़ रुपये जमा कराए जाने की बात कहीं है, लेकिन तीसरी किस्त में जितने लाभार्थी है उसके अनुसार वास्तव में सरकार की ओर से लाभार्थियों के खाते में 11931,5332000 करोड़ रुपये पहुंचा है। हर किस्त में लाभार्थियों की संख्या में हुई कमी को देखते हुए यह सवाल उठता है कि आखिर यह किसान गए कहां है। किसान नेता एवं स्वराज इंडिया के संयोजक योगेन्द्र यादव का कहना है कि वास्तविकता यह है कि केन्द्र सरकार के पास देश में वास्तविक किसान कितने है इसका आंकडा ही मौजूद नही है। इसलिए सरकार ने एनआरसी की तरह वास्तविक किसानों के भी आंकडें जुटाने चाहिए।
मध्यप्रदेश में चौथी किस्त के केवल 85 किसान लाभार्थी
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से चलाई जा रही इस योजना के तहत मध्यप्रदेश में कुल 5408226 लाभार्थी है। मंत्रालय के आंकडों के अनुसार कुल किसान लाभार्थियों में से 5189494 किसानों को पहली किस्त, 4430231 को दूसरी किस्त, 2264884 को तीसरी किस्त और 85 किसानों को चौथी किस्त देनी है। प्रदेश में कुल 51 जिले है। इनमें से हरदा के 56, सागर का 1 और उज्जैन के 28 ऐसे कुल 85 किसानों को चौथी किस्त के रुप में 170000 रुपये खाते में डाले जायेंगे। आंकडों की माने तो इन तीन जिलों को छोड़ बाकी किसी भी जिले में किसान नही हैं।
Created On :   3 Jan 2020 8:20 PM IST