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कटनी में कुपोषित बच्चों की संख्या 28 हजार के पार
डिजिटल डेस्क कटनी । राष्ट्रीय पोषण आहार संस्थान हैदराबाद ने कुपोषित बच्चों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के पीछे घटिया क्वालिटी के पोषण आहार को कारण माना है। रिपोर्ट के मुताबिक कटनी सहित दस जिलों की हालत गंभीर है। जिले में 28 हजार से अधिक बच्चे कुपोषण के शिकार है। इसके अलावा चार हजार से अधिक बच्चे अति कुपोषित है।
एनआईएन ने माना गंभीर
राष्ट्रीय पोषण आहार संस्थान हैदराबाद (एनआईएन) ने कुपोषण के मामले में कटनी को गंभीर माना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिले में घटिया क्वालिटी का पोषण आहार मिलने के कारण कुपोषित बच्चों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। एनआईएन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि यही हाल रहा तो आने वाले समय में कुपोषित बच्चों की संख्या में इजाफा होगा।
दूध में मिली थी इल्ली
पोषण आहार में कीड़े मिलने की शिकायत अफसरों से कई बार की गई। छह माह पूर्व दूध में इल्ली मिलने के बाद वितरण ही बंद कर दिया गया। तीन सदस्सीय जांच कमेटी ने भी घटिया क्वालिटी के पोषण आहार वितरण किए जाने की बात को स्वीकार किया था। बहोरीबंद और विजयराघवगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में अमानक स्तर का पोषण आहार वितरण का मामला भी सामने आया था।
जिले पर एक नजर
महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में 1710 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन हो रहा है। पिछले वित्तीय वर्ष में कुपोषण से निपटने के लिए 18 हजार मुनगा के पौधे रोपे जाने थे। विभागीय अफसरों ने कागज पर ही पौधे लगाकर राशि का आहरण कर लिया। इसी तरह बच्चों एवं धात्री महिलाओं को मानक के अनुरूप पोषण आहार नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं बच्चों और महिलाओं को मिलने वाला दूध भी पिछले छह माह से नहीं मिल रहा है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में 28 हजार कुपोषित एवं चार हजार से अधिक से अधिक अति कुपोषित बच्चे है।
कुपोषण को मिटाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बच्चो को मानक के अनुरूप पोषण आहार दिया जा रहा है। पहले की अपेक्षा कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आई है।
- इंद्रभूषण तिवारी, सीडीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग
Created On :   29 Jan 2018 1:33 PM IST