- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- काली पट्टी बांधकर किया काम,...
काली पट्टी बांधकर किया काम, मेयो-मेडिकल में स्वास्थ्य सेवा चरमराई
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यवतमाल के सरकारी अस्पताल के एक विद्यार्थी की हत्या के विरोध में शहर के मेयाे व मेडिकल के निवासी डॉक्टर्स, इंटर्न और स्नातक पाठ्यक्रम के छात्रों ने शनिवार से हड़ताल शुरू कर दी है। निवासी डॉक्टरों की हड़ताल से कामकाज प्रभावित हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह निवासी डॉक्टरों की हड़ताल शुरू हुई। आपात सेवा शुरू रख सामान्य सेवा बंद की दी गई। इससे ओपीडी समेत अनेक वार्डों में डॉक्टरों की संख्या कम थी। वहीं प्राध्यापक, सहयोगी व सहायक प्राध्यापकों में से अधिकतर दिवाली की छुट्टी पर थे। इस कारण नागपुर में रहने वाले डॉक्टरों व प्राध्यापकों को प्रशासन की तरफ से तुरंत सेवार्थ बुलाया गया। इनकी भी संख्या कम थी। मेयो और मेडिकल में धरना प्रदर्शन किया गया। दोनों स्थानों पर निवासी डॉक्टर्स व हड़ताल में शामिल सभी अधिष्ठाता परिसर में जमा हुए थे। मेयो में शाम को कैंडल मार्च निकाला गया। यवतमाल के विद्यार्थी को श्रद्धांजलि दी गई।
यह है मांगें
आंदोलनकर्ताओं ने डॉ. अशोक पाल के परिजनों को 50 लाख रुपए देने, सभी वार्डों में सुरक्षा गार्ड रखने, अस्पताल के कर्मचारियों व डॉक्टरों की सुरक्षा व्यवस्था करने, मरीजों के एक ही रिश्तेदार को प्रवेश की अनुमति देने, प्रवेश के लिए पास प्रणाली लागू करने, प्रत्येक व्यक्ति की प्रवेश द्वार पर कड़ी जांच करने, सभी ब्लाइंड स्पॉट के साथ पूरे परिसर में सीसीटीवी व स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि उपरोक्त मांगों पर आश्वासन ही मिलते रहे हैं।
देर रात तक बैठक
मेयो प्रशासन की तरफ से सोमवार को स्वास्थ्य आयुक्तालय को प्रस्ताव दिया जाने वाला है। इस बीच विद्यार्थी की हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी शनिवार की शाम को निवासी डॉक्टरों को मिली। इसलिए आंदोलन को लेकर आगे की भूमिका क्या होगी, इस बात को लेकर देर रात तक बैठक जारी थी। सूत्रों के अनुसार, आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आंदोलन खत्म करने की घोषणा की जा सकती है।
मेयो और मेडिकल अस्पताल की करीब 1400 नर्सों ने दूसरे दिन शनिवार को भी काली पट्टी बांधकर काम किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान कामकाज प्रभावित नहीं हुआ। बता दें कि 6 नवंबर को अहमदनगर के जिला अस्पताल के अतिदक्षता विभाग में लगी आग के लिए 3 परिचारिकाओं को सेवा से हटा दिया गया है। इस घटना में 11 लोगों की मौत हुई थी। महाराष्ट्र राज्य परिचारिका संगठन की नागपुर शाखा परिचारिकाओं को पूर्ववत सेवा में लेने की मांग कर रहा है। शुक्रवार से मेयो और मेडिकल की करीब 1400 नर्सों ने सरकार के निर्णय का विरोध शुरू किया है। शनिवार को भी उन्होंने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। सरकार द्वारा वहां की नर्सों को जिम्मेदार बताकर की गई कार्रवाई का विरोध किया जा रहा है।
Created On :   14 Nov 2021 3:30 PM IST