स्कूल के विवाद में छीना बच्चों का पोषण आहार

Nutritional diet of children snatched in school dispute
स्कूल के विवाद में छीना बच्चों का पोषण आहार
शिकायत स्कूल के विवाद में छीना बच्चों का पोषण आहार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्कूल में चल रहे विवाद में अब बच्चों को बलि का बकरा बनना पड़ रहा। मुख्याध्यापक और संचालक मंडल में चल रही कलह के कारण विद्यार्थियों को शालेय पोषण आहार नहीं मिल पाया। सरकार द्वारा बच्चों को बांटने के लिए भेजे गए शालेय पोषण आहार से भरे ट्रक को स्कूल से वापस लौटना पड़ा। ट्रक से सामान खाली करने के लिए स्कूल प्रबंधक ने अनुमति नहीं दी, जिस कारण करीब 750 विद्यार्थियों को शालेय पोषण आहार से वंचित रहना पड़ा। 6 महीने से उन्हें यह अनाज नहीं मिल पाया है। 

यह है पूरा मामला

ताजा मामला पूर्व नागपुर, स्मॉल फैक्टरी स्थित हिंदुस्थान विद्यालय का है। कोविड के कारण स्कूल बंद होने से बच्चों को अगस्त 2021 से शालेय पोषण आहार का वितरण नहीं हुआ था। ऐसे में अगस्त 2021 से फरवरी 2022 तक का शालेय पोषण आहार बांटने के लिए शालेय पोषण आहार, नागपुर शहर अधीक्षक द्व्रारा स्कूल में ट्रक भेजा गया था। हिंदुस्थान विद्यालय के  5वीं से 8वीं कक्षा के करीब 750 विद्यार्थियों को यह आहार बांटना था। एक-एक विद्यार्थी के हिस्से में करीब 60 किलो अनाज आना था। इसमें मूंगदाल, हरभरा, चावल शामिल था। अनाज वितरण के लिए 15 मार्च को ट्रक स्कूल के प्रांगण में भी पहुंच गया। उस समय हिंदुस्थान विद्यालय के हिंदुस्थान विद्यालय मंडल के अध्यक्ष विजय डोबारकर, उपाध्यक्ष दीपक उमरेडकर सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे, लेकिन मुख्याध्यापक महेंद्र धावडे से विवाद के कारण स्कूल संचालक मंडल ने प्रवेश द्वार का ताला खोलने से मना कर दिया। चाबी नहीं होने का बहाना किया।

Created On :   20 March 2022 12:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story