बोरियों में भरा पड़ा है एक करोड़ का गुटखा-तंबाकू, एफडीए को मिली नष्ट करने की परिमिशन

One crore gutkha-tobacco filled with sacks, FDA got permission to destroy
बोरियों में भरा पड़ा है एक करोड़ का गुटखा-तंबाकू, एफडीए को मिली नष्ट करने की परिमिशन
बोरियों में भरा पड़ा है एक करोड़ का गुटखा-तंबाकू, एफडीए को मिली नष्ट करने की परिमिशन

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  जगह की कमी के कारण अन्न व औषधि विभाग को जब्त किया हुआ माल कार्यालय में रखना पड़ रहा है। कार्यालय की जगह भी कम पड़ रही है। नौबत यह आ रही है कि अब अधिकारियों के केबिन में भी जब्त की गुटखा, तंबाखू की बोरियों को रखना पड़ रहा है। हालांकि जल्दी इससे छुटकारा विभाग को मिलनेवाला है, क्योंकि करीब एक करोड़ का तंबाकू व गुटखा जलाया जानेवाला है। अनुमति भी मिल गई है। 

चोरी-छिपे खेप लाई जाती 
महाराष्ट्र में गुटखा व सुगंधित तंबाकू प्रतिबंधित है। बावजूद इसके शहर में दूसरे राज्यों से चोरी-छिपे इसकी खेप लाई जाती है। अन्न व औषधि विभाग लगातार इस पर कार्रवाई भी करता है। गत वर्ष 1 करोड़ 67 लाख का गुटखा व तंबाकू जब्त किया गया था। इस बार भी जनवरी माह से अब तक लगातार कार्रवाई हो रही है। 1 करोड़ के करीब तंबाकू व गुटखा जब्त किया गया है, मगर इसे रखने के लिए विभाग के पास गोदाम की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में प्रशासकीय इमारत क्रमांक-2 में बने एफडीए के कार्यालय में इसे रखा गया है। बोरियों में ठूंसकर बाहर ही रखा गया है। अब तक स्थिति यह हो गई है कि अधिकारी के केबिन तक बोरियों को भरा गया है। अन्न व औषधि विभाग का मुख्य काम छोटे व्यवसायियों को लाइसेंस देना, शहर में बेची जानेवाली खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर ध्यान देना आदि है। ऐसे में रोजाना यहां आने-जानेवालों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन कार्यालय में ही जब्त माल रखने जाने से आने-जाने वालों को ही नहीं, कर्मचारियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।  

समस्या जड़ से खत्म नहीं होगी 
उपरोक्त जब्त माल को जलाकर नष्ट करने के बाद भले ही कुछ समय के लिए समस्या हल होगी, लेकिन जड़ से खत्म नहीं हो सकती है, क्योंकि शहर में तंबाकू व गुटखा खरीदी करनेवालों की कमी नहीं है। ऐसे में आने वाले समय में भी बड़े पैमाने पर इसे शहर में लाया जाएगा। खबरियों की सहायता से विभाग इसकी खेप पकड़ेगी और फिर इसे रखने के लिए गोदाम की जरूरत रहेगी। गोदाम नहीं रहने से आगे भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

Created On :   14 Nov 2019 3:44 PM IST

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