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पहला दिन था सूना-सूना, कार्यालयों में 10 फीसदी कर्मचारी उपस्थित हुए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन के बीच सोमवार से राज्य सरकार के कार्यालयों में 10 फीसदी कर्मचारी उपस्थित तो हुए, लेकिन किसी भी काम क लिए लोग नहीं आए। कार्यालय दिन भर सूना-सूना रहा। कलेक्ट्रेट में पहुंचे कर्मचारियों को कोरोना से संबंधित ही काम पर लगाया गया है। कार्यालयीन कामकाज ठप ही पड़ा है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
राज्य सरकार के निर्देश पर सोमवार को जब कार्यालयों में कर्मचारी पहुंचे, तो इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया। हर सेक्शन में रोटेशन के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन हो सके।
एहतियातन बरती गई सतर्कता
हर सेक्शन में कम ही स्टॉफ दिखे। कर्मचारियों को हाथ धोने के लिए लिक्विड सोप व सैनिटाइजर उपलब्ध था। पीने के पानी की कैन भी रखी हुई थी।
कर्मचारी भी कोरोना से संबंधित कामकाज पर ही फोकस कर रहे थे। सामान्य व दैनिक कामकाज ठप पड़ा हुआ है।
जोखिम नहीं उठाना चाहते लोग
कलेक्ट्रेट का माहौल दिन भर सूना-सूना रहा। सेतु में कोई व्यक्ति दस्तावेज बनाने नहीं पहुंचा। गिनती के कर्मचारी यहां उपस्थित थे। लॉकडाउन में लोग घरों से निकलने का जोखिम उठाना नहीं चाहते। बगैर काम निकलने पर पुलिस के डंडे का डर बना हुआ है।
कलेक्टर आफिस में कार्यरत लोगों ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन
कलेक्टर आफिस में कार्यरत देवेंद्र शिंदाेडकर ने कहा कि कम स्टॉफ होने से सोशल डिस्टेंसिंग का कार्यालय में पूरा पालन हुआ। सभी कर्मचारी मास्क पहने हुए थे। काम के संबंध में लोग कार्यालय नहीं आए, इसलिए कामकाज ठप पड़ा हुआ है।
दस्तावेज बनाने का काम ठप पड़ा है
सेतु में कार्यरत प्रकाश द्वादमवार ने बताया-दस्तावेज बनाने का काम ठप पड़ा है। कोरोना से संबंधित काम पर ही फोकस है। 10 फीसदी स्टॉफ कार्यालय पहुंचा, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही हाथ धोने के लिए आफिस की तरफ से लिक्विड सोप, साबुन व सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है।
Created On :   21 April 2020 3:35 PM IST