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नहीं बन पा रहे आशियाने, दो साल में केवल 52 लाभार्थियों को मिला योजना का लाभ
डिजिटल डेस्क, कामठी/कन्हान(नागपुर)। रोटी, कपड़ा और मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं हर इंसान की पहली जरूरत होती हैं। ऐसे में सस्ते दर में खुद का मकान उपलब्ध हो इसके लिए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी लेकिन, स्थानीय प्रशासन की नाकामी और लापरवाही की वजह से कामठी तहसील में दो साल में केवल इस योजना का 52 लोगों को ही लाभ मिला है। जिससे गरीब और जरूरतमंद लोगों का आशियाने का सपना पूरा होते दिख नहीं रहा है।
उल्लेखनीय है कि सस्ते दरों में नागरिकों को कामठी नगर परिषद की ओर से शासकीय योजनाओं के माध्यम से इंदिरा आवास योजना, रमाई आवास योजना तथा शबरी योजना के लाभ से योग्य लाभार्थियों को आवास योजना उपलब्ध कराई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी के 75वें वर्ष पूर्ति के अवसर पर 2022 तक सभी को खुद का मकान इस संकल्पना से 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी।
कामठी नगर परिषद के इस योजना अंतर्गत 5 हजार आवास का लक्ष्य होकर 6 हजार 100 लाभार्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन आज 2 साल का कार्यकाल बीत जाने के बावजूद केवल 1800 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया। इसके अनुसार इन आवेदनों की छंटनी करके किराएदार, नजूल व आखीव पत्रिका धारक ऐसे तीन घटकों का डीपीआर तैयार करके 1077 आवेदन मंजूरी के लिए भेजे गए। जिनमें से 688 नजूल धारक, 389 आखीव पत्रिका धारक लाभार्थियों का समावेश है। इसमें 688 नजूल धारकों में से केवल 12 लाभार्थियों को सही दस्तावेजों का जुगाड़ करने पर इस योजना का लाभ मिल पाया है। अन्य लाभार्थी स्थायी पट्टे व आखीव पत्रिका की दिक्कतों के कारण इस योजना के लाभ से वंचित हैं।
कामठी शहर यह आज भी अविकसित होकर यहां बड़े पैमाने में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या अधिक है। उसी प्रकार पिछड़ा वर्ग, अशिक्षित और निराधार इन परिवारों को आज भी रहने के लिए पक्के मकान उपलब्ध नहीं है। शहर में कई परिवार आज भी अनियमित झोपड़पट्टी में जिंदगी गुजार रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत अपने अधिकार का घर और 24 घंटे पानी की सुविधा के साथ अन्य सुविधाएं मिले इस उद्देश्य से लाभार्थियों ने इस योजना के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज दो साल बीत जाने के बावजूद कई लोग इस योजना के लाभ से वंचित हैं।
Created On :   8 May 2019 1:25 PM IST