बैंड, बाजा, बारात के लिए सिर्फ 65 दिन, जुलाई में एक भी मुहूर्त नहीं

Only 65 days for band, Baja, Baaraat, not a single Muhurat in July
बैंड, बाजा, बारात के लिए सिर्फ 65 दिन, जुलाई में एक भी मुहूर्त नहीं
बैंड, बाजा, बारात के लिए सिर्फ 65 दिन, जुलाई में एक भी मुहूर्त नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कई नई उम्मीदों के साथ नया साल शुरू हो गया है, लेकिन इस साल शहनाइयों की खामोशी लोगों को निराश करेगी। दरअसल वर्ष 2020 में बैंड, बाजा, बारात के लिए सिर्फ 65 दिन ही मिलेंगे, जबकि 2019 में 78 विवाह मुहूर्त थे। खास बात यह है कि इस बार जुलाई के माह में एक भी दिन विवाह का मुहूर्त नहीं है। वजह... देव शयनी एकादशी 1 जुलाई को, जबकि देव उठनी एकादशी 25 नवंबर को होगी। यानी इस बार देव चार की बजाए करीब पांच माह (148 दिन) विश्राम करेंगे। इसके अलावा चातुर्मास की अवधि भी इतने ही दिन की रहेगी। 2019 चातुर्मास की अवधि 118 दिन थी, जबकि इस बार 148 दिन रहेगी। वर्ष 2020 अधिमास वाला साल है। खरमास जारी रहने से विवाह 16 जनवरी से प्रारंभ होंगे। इसके बाद मार्च में एक माह का खरमास प्रारंभ होगा। इसके चलते ही  विवाह मुहूर्त की संख्या घट गई है। साल के अंतिम दो माह नवंबर-दिसंबर में सिर्फ 9 दिन ही विवाह के होंगे।

किस माह में कितने मुहूर्त
जनवरी :     16 से 22
फरवरी :     3 से 5, 9 से 18,  20, 25 से 27
मार्च    :     1 से 3, 7 से 13
अप्रैल   :    14, 15, 20, 25  से 27
मई      :    1 से 8, 10, 12, 17, 18
जून     :    13 से 15, 25, 26
नवंबर  :    26, 30
दिसंबर :    1, 2, 6 से 9, 11

दो साल पहले भाद्रपद में अधिमास होने पर भी नहीं बनी थी ऐसी स्थिति
पंडितों के अनुसार नए वर्ष में अधिमास (पुरषोत्तम माह) होने से विवाह मुहूर्त के दिन घट गए हैं। दो साल पहले भाद्रपद में अधिमास पड़ने के बाद भी ऐसी स्थिति नहीं बनी थी। इसी तरह 2019 में 1 से 11 जुलाई तक विवाह मुहूर्त थे और देवशयनी एकादशी 12 जुलाई को थी। इस बार 1 जुलाई को देवशयनी एकादशी से विवाह बंद हो जाएंगे, जो 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी से ही प्रारंभ होंगे।

गत वर्ष देवशयनी एकादशी 12 जुलाई व देवउठनी एकादशी 8 नवंबर को थी। इस 118 दिन की अवधि में विवाह बंद थे, लेकिन इस बार देवों के विश्राम व चातुर्मास की अवधि 148 दिन की रहेगी। इस अवधि में विवाह नहीं होंगे। 14 जनवरी तक खरमास रहेगा। मकर संक्रांति के दूसरे दिन 16 जनवरी से विवाह मुहूर्त प्रारंभ होंगे, जो 13 मार्च तक रहेंगे। इसके अगले दिन से खरमास प्रारंभ होगा, जो 13 अप्रैल तक रहेगा। इस एक माह की अवधि में विवाह नहीं होंगे। इसके बाद 14 अप्रैल से शुरू होकर विवाह मुहूर्त विभिन्न तिथियों में 26 जून तक रहेंगे। विवाह फिर देव उठनी एकादशी पर 25 नवंबर से प्रारंभ होंगे, जो 11 दिसंबर तक होंगे। इसके बाद पुन: एक माह के लिए खरमास प्रारंभ हो जाएगा। 

Created On :   6 Jan 2020 11:16 AM IST

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