किसान पंजीयन तीन दिन शेष एक तिहाई किसानों का ही हुआ अब तक पंजीयन

only one third of the farmers have been registered till now
किसान पंजीयन तीन दिन शेष एक तिहाई किसानों का ही हुआ अब तक पंजीयन
पन्ना किसान पंजीयन तीन दिन शेष एक तिहाई किसानों का ही हुआ अब तक पंजीयन

डिजिटल डेस्क,  पन्ना। रबी विपणन वर्ष २०२२-२३ में समर्थन मूल्य पर गेहँू, चना, मसूर और सरसों के उपार्जन के लिये सरकार द्वारा जारी की गई नवीन पंजीयन प्रक्रिया के तहत जिले में ०५ फरवरी २०२२ से किसान पंजीयन का शुरू हुआ कार्य जारी है। किसान पंजीयन का कार्य ०५ मार्च तक किया जायेगा जिसके लिये अब सिर्फ तीन दिन ही शेष रहे गये है। वही गत वर्ष रबी उपार्जन में जितनी संख्या में किसान पंजीयन हुए थे उसकी तुलना में इस वर्ष अब तक एक तिहाई किसानों का ही पंजीयन हो सका है। जानकारी के अनुसार रबी उपार्जन २०२१-२०२२ में पन्ना जिले में कुल ५७ हजार ७६१ किसान पंजीयन हुए थे। जिसकी तुलना में इस वर्ष  रबी उपार्जन २०२२-२३ के लिये किसान पंजीयन संख्या १९ हजार ९४२ ही हो सकी है। ऐसी स्थिति में पंजीयन शुरू हुए २७ दिन हो चुके है शेष बचे तीन दिनों में पंजीयन संख्या में कितना इजाफा होगा यह नही कहा जा सकता है किंतु किसान पंजीयन को लेकर जिस तरह की स्थितियां है उसको लेकर यह कहा जा रहा है कि समर्थन मूल्य पर फसल विक्रय के लिये पंजीयन कराने वाले किसानों की संख्या तुलनात्मक रूप से इस वर्ष आधी भी नही रह जायेगी पंजीयन की संख्या कमजोर होने की जो वजह सामने आ रही है। किसानों का पंजीयन आधार बेस किया गया है। जिसमें आधार का बैंक खाते और रजिस्ट्रेशन मोबाइल नम्बर का आधार से लिंक होना अनिवार्य कर दिया है। किसानों इस वर्ष समर्थन मूल्य पर उपार्जित फसल का भुगतान भी आधार बेस किया जाना है। पंजीयन नीति में किसान के खसरे नम्बरों का आधार से लिंक होना भी अनिवार्य किया गया है। बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा वास्तविक किसानों से ही फसल का उपार्जन करने के लिये जो कड़ी प्रक्रिया बनाई गई है उसकी वजह से पंजीयन संख्या में गिरावट होने की बात कही जा रही है।
पंजीयन के रकवा में ही हुई बड़ी गिरावट 
जिले में समर्थन मूल्य पर रबी उपार्जन के लिये रकवे में ही बड़ी गिरावट देखने मिल रही है जानकारी के अनुसार गत रबी उपार्जन विपणन वर्ष पंजीकृत कुल ५७७६१ किसानों से गेहँू,चना,मसूर, सरसों की उपार्जन के लिये कुल १लाख २७ हजार ३६९.४८ हैक्टेयर रकवे का पंजीयन किया गया था। वही इस वर्ष रबी उपार्जन विपणन वर्ष २०२२-२३ में १९ हजार ९४२ किसान पंजीयन पर ४४ हजार ८३३.७० हैक्टेयर भूमि पर ही पंजीयन हुआ है। अर्थात गत वर्ष की तुलना में एक तिहाई से कुछ अधिक ही पंजीयन हुआ है। जानकारी के अनुसार पिछले गत वर्ष गेंहूँ उपार्जन के लिये कुल ५१ हजार २८९ किसानों का पंजीयन हुआ था जिसमें से ३२ हजार १४५ किसानों से कुल १७ लाख ४१ हजार ६९२.६६ क्विटल गेहूँ की खरीदी हुई थी। इस वर्ष अब तक गेंहूँ उपार्जन के लिये १८ हजार ८६८ किसानों का पंजीयन हुआ है। जिससे यह कहा जा रहा है कि इस वर्ष गेहूँ की खरीदी मात्रा में बड़ी गिरावट होगी विगत वर्ष समर्थन मूल्य की तुलना में बाजार भाव अधिक होने पर चना, सरसों तथा मसूर का न्यून मात्रा में उपार्जन हुआ था।
पंजीयन कराने के लिये किसानों के पास कई विकल्प 
किसानों को पंजीयन के लिये परेशान न होना पड़े इसके लिये पंजीयन करावाने के लिये किसानों को कई विकल्प दिये गये है। किसान ऐप का उपयोग कर किसान अपने मोबाइल नम्बर से स्वयं पंजीयन करा सकता है इसके अलावा इसके लिये सहकारी समितियों के पंजीयन केन्द्रों, कामन सर्विस सेन्टर, एमपी आनलाईन कियोस्क, सुविधा केन्द्र, लोक सेवा केन्द्रों, कृषि उपज मण्डी में पंजीयन कराने के विकल्प किसानों को दिये गये हैं। जिसके तहत जिले में कुल ६१ सहकारी समितियों को पंजीयन केन्द्र जिले बनाया गया है। इसके अलावा एमपी आनलाईन के २१ कामन सर्विस सेन्टर के १३० तथा सुविधा केन्द्र १७ पंजीयन केन्द्र जिले में बनाये गये है परंतु सहकारी समितियों के पंजीयन केन्द्रो से ज्यादातर किसानों के पंजीयन हुये है प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार सहकारी समिति के ६१ पंजीयन केन्द्रो में १८ हजार २८५ किसान पंजीयन किये गये। किसान एप पर मात्र ६४६ किसानों ने पंजीयन कराया गया है। जिले में जिन १३० कामन सर्विस सेन्टरों को वेरीफाई किया है उनमें मात्र ६४६ किसान पंजीयन हुये है। एमपी आनलाईन के लिये वेरीफाई २१ पंजीयन केन्द्रों में १५५ पंजीयन तथा सुविधा केन्द्रों में ४५ पंजीयन हुये है। 
समर्थन मूल्य पर उपार्जन के दरें बढ़ी
रबी विपणन वर्ष २०२१-२२ की तुलना में इस वर्ष किसानों को उनके द्वारा जमा की जाने वाली उपज पर अधिक भुगतान प्राप्त होगा। गत वर्ष गेहँू का समर्थन मूल्य १९७५ रूपये प्रति क्विटल था जो की ३५ रूपये प्रति क्विंटल बढाक़र इस वर्ष २०१५ रूपये प्रति क्विटल हो गया है। इसी तरह चने का समर्थन ५१०० रूपये से बढक़ार ५२३० रूपये, मसूर का ५१०० से बढ़ाकर ५५०० रूपये तथा सरसों का ४६५० रूपये से बढ़ाकर ५०५० सौ रूपये प्रति क्ंिवटल किया गया है। चने में १३० रूपये, मसूर में ४०० रूपये, सरसों में ४०० रूपये की बढ़ोतरी हुई है।
अब तक पंजीयन की स्थिति एक नजर में  
फसल          पंजीयन रबी २०२१  पंजीयन २०२२ अब तक 
गेहँू                ५१२८९                    १८८६८
चना              २६९११                      ७७७१
मसूर              ८६११                       ३०२५
सरसों             ७५१५                       २९२३
कुल किसान       ५७७५१                    १९९४२

कुल रकवा है.   १२७३६९.४८               ४४८३३.७०

Created On :   3 March 2022 12:10 PM IST

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