ओपीएम अति तो रिलायंस खतरनाक की श्रेणी में, उद्योगों में जरा सी चूक बन जाती है जानलेवा

OPM too much Reliance is in the category of dangerous, a slight mistake in industries becomes fatal
ओपीएम अति तो रिलायंस खतरनाक की श्रेणी में, उद्योगों में जरा सी चूक बन जाती है जानलेवा
वर्ल्ड डे फॉर सेफ्टी एंड हेल्थ ऐट वर्क ओपीएम अति तो रिलायंस खतरनाक की श्रेणी में, उद्योगों में जरा सी चूक बन जाती है जानलेवा

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जिले में कई उद्योग हैं जिन्हें अति खतरनाक व साधारण की श्रेणी में रखा गया है। जहां जरा सी चूक कई बार जानलेवा साबित होती है। कागज कारखाना ओपीएम को श्रम विभाग के हेल्थ व सेफ्टी विभाग द्वारा अति खतरनाक जबकि मीथेन गैस का दोहन करने वाले रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट को खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। एसईसीएल की खदानों को भी खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। संस्थानों में व्यावसायिक दुर्घटनाओं और बीमारियों की रोकथाम को बढ़ावा देने और कार्यस्थल पर स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 28 अप्रैल को वर्ल्ड डे फॉर सेफ्टी एंड हेल्थ ऐट वर्क मनाया जाता है।

संभाग की औद्योगिक इकाईयों में हो चुके हैं कई हादसे-

अति खतरनाक उद्योग की श्रेणी वाले ओपीएम में कई बार हादसे हो चुके हैं। जिनमें कर्मचारी मौत के आगोश में समा चुके हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है, कि नई तकनीकों का विकास होने के बावजूद यहां पुरानी मशीनों और पद्धति का ही सहारा लिया जाता है। जिसके चलते कभी बॉयलर फटता है तो कभी खतरनाक रसायनों के टैंकों में लीकेज की घटनाएं होती रहती हैं। डेढ़ वर्ष पहले भी संस्थान में बड़ा हादसा हुआ था। इसी प्रकार एसईसीएल की खदानों में हादसे होते रहते हैं। हाल ही में बंगवार के भूमिगत खदान में मिट्टी धंसने से उसमें लाखों की मशीन फंस गई और कर्मचारी बाल-बाल बचे थे। मशीन को कई दिनों बाद बाहर निकाला जा सका।

सुरक्षा नियमों की होती है अनदेखी-

खतरनाक उद्योगों के लिए अनेक नियम कायदे हैं, लेकिन उत्पादन के चक्कर में इसे दर किनार कर दिया जाता है। ओपीएम व एसईसीएल में देखने में आता है कि कई बार कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण तक प्रदान नहीं किए जाते। मशीनों के रखरखाव में कोताही बरती जाती है। वार्षिक व अद्र्धवार्षिक रिपोर्ट के प्रावधान के बाद भी कर्मचारियों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता।

प्रशिक्षण पर ध्यान जरूरी-

उद्योगों में कर्मचारियों के स्वास्थ्य व सुरक्षा सबसे अहम होता है। स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से चेकअप तथा मशीनों के रख रखाव के लिए ध्यान दिया जाता है। सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल व प्रशिक्षण पर जोर दिया जाना चाहिए। नियमों का पालन नहीं करने पर विभाग द्वारा कार्यवाही भी की जाती है।

Created On :   28 April 2022 5:41 PM IST

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