शरद पवार के घर पर हुई विपक्षी दलों की बैठक, चुनावी राज्यों में गठबंधन की संभावना तलाशेंगे प्रफुल्ल पटेल 

Opposition parties meeting held at Sharad Pawars house
शरद पवार के घर पर हुई विपक्षी दलों की बैठक, चुनावी राज्यों में गठबंधन की संभावना तलाशेंगे प्रफुल्ल पटेल 
शरद पवार के घर पर हुई विपक्षी दलों की बैठक, चुनावी राज्यों में गठबंधन की संभावना तलाशेंगे प्रफुल्ल पटेल 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में मोदी सरकार के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने की अटकलों के बीच राकांपा सुप्रीमों शरद पवार के आवास पर मंगलवार को विपक्षी दलों के नेताओं की एक अहम बैठक हुई। हालांकि बैठक में मौजूद नेताओं ने इसे किसी तीसरे मोर्चे की कवायद मानने से इंकार किया है। बैठक की अध्यक्षता शरद पवार और यशवंत सिन्हा ने की। बैठक में शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस के यशवंत सिन्हा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सीपीआई सांसद बिनॉय विश्वम, सीपीएम के नीलोत्पल बसु, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, राकांपा के माजिद मेमन, सुप्रिया सुले और वंदना चह्वाण, आप के सांसद सुशील गुप्ता, सपा के घनश्याम तिवारी, पूर्व सांसद पवन वर्मा, कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता संजय झा, गीतकार जावेद अख्तर, पूर्व राजदूत के सी सिंह आदि प्रमुखता से मौजूद थे। उमर अब्दुल्ला बैठक में कुछ देर ही बैठे। 

बैठक पवार ने नहीं, यशवंत सिन्हा ने बुलाई थी 

बैठक के बाद राकांपा के पूर्व सांसद माजिद मेमन ने साफ किया कि यह यशवंत सिन्हा द्वारा गठित राष्ट्र मंच की बैठक थी। यह बैठक भाजपा के खिलाफ एकजुट पार्टियों की बैठक नहीं थी और ना ही कांग्रेस को अलग-थलग करने के लिए आयोजित हुई थी। उन्होने बताया कि इस बैठक का न्यौता कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, शत्रुघ्न सिन्हा, विवेक तन्खा, अभिषेक मनु सिंघवी और मनीष तिवारी को भी गया था। मेमन ने कहा कि बैठक शरद पवार द्वारा नहीं बुलाई गई थी। बुलावा राष्ट्र मंच के प्रमुख यशवंत सिन्हा की ओर से था। तात्पर्य यह कि शरद पवार इस बैठक के सिर्फ मेजबान भर थे। पूर्व सांसद मेमन ने कहा कि आज की बैठक में देश के राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर बातचीत हुई। 

ताजा हालात पर सुझाव देने टीम बनाएंगे यशवंत

सपा नेता घनश्याम तिवारी ने बताया कि हमने यशवंत सिन्हा को एक टीम बनाने के लिए अधिकृत किया है। इस टीम का काम देश में चल रहे मुद्दों को लेकर सुझाव देना होगा। कोई भी व्यक्ति, राजनीतिक पार्टी का सदस्य इस टीम का हिस्सा बन सकता है। सीपीएम नेता नीलोत्पल बसु ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक को किसी राजनीतिक मंच बनाने की कोशिश के तौर पर देखना सही नहीं होगा। बैठक में आम लोगों की परेशानियों, बेरोजगारी, महंगाई के साथ साथ लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों पर चर्चा की गई है। उन्होने कहा कि यह समान सोच वाले राजनीतिक दलों की बैठक थी।

चुनावी राज्यों में गठबंधन की संभावना तलाशेंगे प्रफुल्ल पटेल 

राकांपा सुप्रीमों शरद पवार ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में देश की ताजा राजनीतिक स्थिति और आगामी चुनावों में पार्टी की तैयारी को लेकर चर्चा की गई। शरद पवार ने पार्टी महासचिव प्रफुल्ल पटेल को यह जिम्मेदारी दी है कि वे चुनाव वाले राज्यों में अपनी प्रदेश इकाईयों से बात कर वहां समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन की संभावना तलाशें। माना जा रहा है कि राकांपा उत्तरप्रदेश, गोवा और गुजरात जैसे चुनावी राज्यों पर विशेष फोकस करेगी। बैठक मुख्य रूप से राकांपा महासचिवों की बैठक थी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक लगभग डेढ़ साल के बाद पवार ने पार्टी महासचिवों के साथ ऐसी बैठक की है। बैठक में पार्टी के कुल 9 महासचिवों में से 7 महासचिव मौजूद थे। साथ ही लोकसभा में पार्टी की नेता सुप्रिया सुले और पार्टी की केरल इकाई के अध्यक्ष पी सी चाको विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बैठक में मौजूद थे। सूत्र बताते हैं कि आगामी विधानसभा चुनावों में राकांपा अकेले चुनावी समर में जाने की बजाय समान विचारधारा वाले दलों के साथ मैंदान में उतरेगी। पार्टी महासचिव प्रफुल्ल पटेल को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे ऐसे दलों के साथ वार्ता कर अंतिम नतीजे तक पहुंचे। इस क्रम में माना जा रहा है कि राकांपा उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में सपा के साथ जाएगी।


 

Created On :   22 Jun 2021 9:44 PM IST

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