- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सिवनी
- /
- रातों रात रैम्प बना धनई नदी में...
रातों रात रैम्प बना धनई नदी में उतार दी पोकलेन, धड़ल्ले से अवैध उत्खनन टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही मशीन झाडिय़ों में छिपा दी गई
सिवनी - एक जुलाई से रेत खनन पर लग चुका है प्रतिबंध
डिजिटल डेस्क जबलपुर । एक जुलाई से रेत के खनन पर प्रदेश के साथ पूरे देश में तीन महीने के लिए प्रतिबंध लग गया है। प्रतिबंधात्मक अवधि में बेधड़क रेत के अवैध उत्खनन की ताजी तस्वीर बागडोंगरी-देवगांव खदान से लगे क्षेत्र की सामने आई है। यहां अवैध उत्खननकर्ताओं ने रातों-रात धनई नदी में रैम्प बनाकर पोकलेन-210 मशीन उतार दी। शुक्रवार दोपहर तक बेधड़क रेत निकाली गई। ग्रामीणों ने इसकी सूचना कलेक्टर व एसपी को दी। एसपी कुमार प्रतीक ने तत्काल केवलारी एसडीओपी भगत सिंह गौठरिया को कार्रवाई करने को कहा। एसडीएम अमित सिंह ब्रम्हरौलिया, एसडीओपी गौठरिया, माइनिंग इंस्पेक्टर श्रीवंती परते के पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचने से पहले ही अवैध उत्खननकर्ता पोकलेन मशीन को नदी से करीब 100 मीटर दूर झाडिय़ों में छिपा कर भाग निकले। टीम को नदी किनारे करीब 5 डंपर रेत भी पड़ी मिली। मशीन व रेत को जब्त कर लिया गया। अवैध उत्खननकर्ता कौन थे, इस पर टीम खामोश है। माइनिंग इंस्पेक्टर श्रीवंती परते के अनुसार, मौके पर कोई नहीं मिला,अज्ञात के खिलाफ मामला बनाया गया है।
रेत खदानों का ठेका जयमहाकाल के पास
ठेका नियमों के उल्लंघन के आरोपों से घिरी जयमहाकाल एसोसिएट्स के पास अभी भी सिवनी जिले की 11 रेत खदानों का ठेका है। करीब 10 पार्टनरों द्वारा संयुक्त रूप से संचालित रेत ठेका कंपनी पर बीती एक जून से रेत के खनन, भंडारण, परिवहन और व्यापार पर रोक लगी हुई है। बावजूद इसके रेत खदानों व उनके समीप के क्षेत्रों पर दबदबा बना हुआ है। खनिज विभाग सहित संयुक्त टीम में शामिल अफसर खामोश हैं। लेकिन सूत्रों ने रेत के अवैध उत्खनन के इस ताजे घटनाक्रम के पीछेे भी जयमहाकाल का हाथ बताया है। सूत्रों ने दावा किया कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त जयमहाकाल एसोसिएट्स के कर्ताधर्ताओं से साठगांठ कर क्षेत्रीय जनपद सदस्य द्वारा अपने संरक्षण मे रैम्प बनवाया गया और पोकलेन मशीन नदी में अवैध उत्खनन के लिए उतरवाई गई। बताया जाता है कि उक्त जनपद सदस्य पर पूर्व में भी रेत के अवैध उत्खनन का प्रकरण बन चुका है।
Created On :   3 July 2021 2:39 PM IST