मृदंग की गूंज में शहर में दाखिल हुई पालकी-बंटा महाप्रसाद

Palanquin-divided Mahaprasad entered the city in the echo of Tall-Mridang
मृदंग की गूंज में शहर में दाखिल हुई पालकी-बंटा महाप्रसाद
आस्था मृदंग की गूंज में शहर में दाखिल हुई पालकी-बंटा महाप्रसाद

डिजिटल डेस्क, देऊलगांव राजा। संत श्रेष्ठ मुक्ताबाई पालखी का देऊलगांव राजा में १६ जून को आगमन हुआ। इस समय श्री बालाजी भक्त गणों ने पालकी का स्वागत किया। संत मुक्ताबाई पालकी अन्नदान सेवा समिति की ओर से पालकी के भोजन व विश्राम की व्यवस्था धुंडीराज महाराज मठ में की गई थी। १७ जून की सुबह सूर्योदय समय पालकी पंढरपुर की ओर मार्गस्थ हुई। बता दे कि, कोरोना समय काल में दो वर्षे पालकी का आगमन नहीं होने से भाविक संत आदिशक्ति मुक्ताबाई पालकी दर्शन की प्रतीक्षा में थे।  आषाढी एकादशी पर्व पर पंढरपुर के विठुराया की भेंट के लिए निकली मुक्ताबाई पालकी का श्री बालाजी नगरी में श्रध्दालु की ओर से  स्वागत किया गया। १६ जून को दोपहर चार बजे श्री बालाजी नगरी में टाल मृदुंग के गूंज में दाखिल हुई थी। पालकी का कुंभारी स्थित संत गजानन महाराज मंदिर की ओर से स्वागत कर चायपानी किया गया। संत मुक्ताबाई पालकी अन्नदान सेवा समिति की ओर से गोटू धनावत, सूरज गुप्ता, भरतअप्पा घेवारे व एड. अश्विनी सावजी ने पालकी का स्वागत किया। पालिका मुख्याधिकारी अरुण मोकल व देऊलगांव राजा पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक जयवंत सातव ने भी पालकी का स्वागत किया। श्री बालाजी मंदिर के सामने पालखी का आगमन पश्चात श्री संस्थान के व्यवस्थापक नंदकिशोर बिडकर ने संस्थान की ओर से पालकी का स्वागत किया। शहर के प्रमुख मार्ग से पालखी निकलते समय श्रध्दालु ने मुक्ताबाई की पालकी में रखी पादुकाओं का  दर्शन लिया। धुंडीराज महाराज मठ में समिति के पुरुषोत्तम सोनुने ने सपत्नीक पादुका पूजन किया। समिति सदस्य ओम प्रकाश धन्नावत, जुगलकिशोर धन्नावत, भगवान पिंपले, पुरुषोत्तम सोनुने, अनिल मल्लावत, गोटू धन्नावत, चंद्रकांत मोगरकर, सतीश निमोदिया, वसंतराव मोगरकर, छोटू काबरा, सूरज गुप्ता, बलिराम मापारी समेत देऊलगांव राजा हाइस्कूल के शिक्षक व शिराला के सेवाधारी व श्री बालाजी भक्त आदि ने इस कार्यक्रम में योगदान दिया।
 

Created On :   19 Jun 2022 10:17 AM GMT

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