पेरिस में रहने वाली वर्धा की सुजाता बजाज ने गढ़े हैं गणपति के रचनात्मक स्वरूप

Paris-based Wardhas Sujata Bajaj has created creative forms of Ganpati
पेरिस में रहने वाली वर्धा की सुजाता बजाज ने गढ़े हैं गणपति के रचनात्मक स्वरूप
गणेशोत्सव विशेष पेरिस में रहने वाली वर्धा की सुजाता बजाज ने गढ़े हैं गणपति के रचनात्मक स्वरूप

डिजिटल डेस्क, मुंबई, विजय सिंह ‘कौशिक’। श्री गणेश के कितने रूप हो सकते हैं, इसके साक्षात दर्शन पेरिस में रहने वाली भारतीय मूल की चित्रकार सुजाता बजाज की गणेश पर आधारित कला प्रदर्शनियों में होते हैं। गणपति के 50 से ज्यादा रूप अपनी चित्रकला और अमूर्त कला (एब्सट्रैक्ट आर्ट) के जरिए पेश करने वाली सुजाता बजाज प्रख्यात गांधीवादी राधाकृष्ण बजाज की प्रपौत्री हैं। उन्होंने कैनवास पर अनगिनत चित्रों को उकेरा है। सुजाता ने रंगों और ब्रश के सहारे एक ऐसी दुनिया का सृजन किया है, जिसमें सादगी है, तो रंगीनी भी है। इसमें खुशी है तो गम भी है। चित्रकारी के अलावा सुजाता गणेश के विभिन्न मोहक रुप गढ़ने के लिए भी जानी जाती हैं। श्री गणेश पर एक किताब ‘गणपति" लिखने वाली सुजाता कहती हैं कि गणेश से लगाव बचपन में ही पैदा हो गया था। वे बताती हैं कि हम अपने परिजनों के साथ अक्सर जयपुर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर जाया करते थे।

सुजाता की गणेश मुर्तियों की प्रदर्शनी भारत के सभी प्रमुख शहरों के अलावा लंदन, न्यूयार्क, पेरिस, हांगकांग, रोम, दुबई सहित करीब 25 जगहों पर लगाई जा चुकी है। सुजाती कहती हैं कि ‘गणेश सृजन के देवता हैं पर मैं उन्हें किसी धर्म विशेष से नहीं जोड़ना चाहती। मेरे लिए उनका स्कल्पचर बनाना जुनून है। हालांकि इसका कारण केवल धार्मिक नहीं बल्कि रचनात्मक है। गणेश इतने क्रेएटिव हैं कि उनकी रचनात्मकता का कोई अंत नहीं। उन्हें किसी धर्म विशेष तक सीमित नहीं किया जा सकता।    

 

Created On :   7 Sept 2022 9:23 PM IST

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