ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू होते ही मरीजों को मिलेगा चार गुना लाभ

Patients get benefit after starting blood separation unit
ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू होते ही मरीजों को मिलेगा चार गुना लाभ
ब्लड सेपरेशन यूनिट शुरू होते ही मरीजों को मिलेगा चार गुना लाभ

 डिजिटल डेस्क शहडोल । जिला अस्पताल मेें ब्लड सेपरेशन यूनिट बनकर तैयार है। डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज नई दिल्ली द्वारा लायसेंस प्रदान करते ही यहां का यूनिट शुरू कर दी जाएगी। यद्यपि प्रभारी मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने इस यूनिट को 10 जनवरी तक शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यहां खून की समस्या का समाधान करने के लिए विगत कई वर्षों से इस यूनिट की मांग की जा रही थी। जिसे करीब 1 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है। ज्ञातब्य है कि जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक से हर माह औसतन 8 सौ यूनिट ब्लड की खपत होती है जो कि साल भर में जिसका आंकड़ा 10 हजार यूनिट तक पहुंच जाता है। यह आपूर्ति यूनिट के उपयोग से सरल ढंग से की जा सकेगी और खून के लिए मारामारी में राहत मिलेगी। ब्लड बैंक के रक्त संकलन का एक मात्र माध्यम रक्तदान शिविर ही हैं। आपूर्ति के लिए लगातार प्रयास करने पड़ते हैं।
एक यूनिट से चार तरह के रोगी हो सकते हैं लाभान्वित
वर्तमान में सुविधा नहीं होने से एक मरीज को पूरा एक यूनिट ब्लड दे दिया जाता है। लेकिन मशीनों के चालू हो जाने से एक यूनिट ब्लड चार भागों मे बाटा जा सकेगा और चार तरह के मरीजों को उसका लाभ दिया जा सकेगा।  पूरा ब्लड उन्हे दिया जाएगा जो कि ऑपरेशन, घायल और खून की गंभीर कमी से पीडि़त होंगे। पैक्ड आरबीसी खून की अधिक कमी या किसी अन्य कारण जैसे थैलीसीमिया, सिकलसेल एनीमिया, ब्लड कैंसर आदि से पीडि़त होंगे। तीसरा कंपोनेंट प्लाज्मा डिलेवरी के दौरान रक्त की कमी, बर्न केस अथवा ऐसे मरीज जिनके अंदर खून जमाने वाले तत्वों की कमीं हो जाती है उन्हे दिया जाएगा। चौथा कंपोनेंट प्लेटलेट उन्हे दिया जाएगा जो डेंगू जैसी बीमारी अथवा उन्हे उपयोगी होगा जिनके शरीर में प्लेटनेट की कमी हो जाती है। ब्लड बैंक की हर माह जितनी अभी खपत उसमें औसतन तीन गुने की कमी आएगी।
प्रशिक्षण, सर्वें सब कंपलीट है
ब्लड सेपरेशन यूनिट का कार्य दो माह पूर्व अक्टूबर में ही पूर्ण कर लिया गया था। इसके पूर्ण होने के बाद दिल्ली के अधिकारियों की टीम ने इसका मौका मुआयना कर भवन और मशीनों की स्थिति देखकर इसे कंपलीट पाया था। ड्रग इंसपेक्टर द्वारा इसकी अनुशंसा भी की जा चुकी है। इसके लिए टेक्रीशियनों व डॉक्टर ने प्रशिक्षण भी प्राप्त कर लिया है। केवल इसके चालू होने की देर है। यूनिट ब्लड बैंक के अंतर्गत है, जिसका काम पिछले दो सालों से चल रहा था।
किए जा रहे हैं प्रयास
ब्लड सेपरेशन यूनिट की सारी प्रक्रिया कंपलीट कर ली गई है। अब केवल लायसेंस की प्रतीक्षा है। इसके लिए भी लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ. सुधा नामदेव, प्रभारी, ब्लड बैंक

 

Created On :   29 Dec 2017 1:18 PM IST

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