- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- 91 साल के पूर्व अधिकारी सुलझाएंगे...
91 साल के पूर्व अधिकारी सुलझाएंगे गुत्थी, पवार ने कहा - जूलियो रिबेरो से कराएं जांच, विपक्ष ने उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के लेटर बम में महाराष्ट्र की सियासत हिलाकर रख दी है। जिसके बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की पहली प्रतिक्रिया सामने आई। जिसमें पवार को रिटायर्ड पुलिस अधिकारी जूलियो फ्रांसिस रिबेरो की याद आई। शरद पवार ने परमबीर सिंह पर ही आरोप मढ़ा और कहा कि उन्होंने यह बात आखिर पहले क्यों नहीं बताई? पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सलाह दी है कि आरोप को गंभीर मानते हुए इस पूरे प्रकरण की जांच जूलियो फ्रांसिस रिबेरो जैसे बड़े अधिकारी से करवाई जाए।
इस मामले में सियासत गर्म हो गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि पूर्व पुलिस महासंचालक जुलियस रिबेरो से इस प्रकरण की जांच कराना अनुचित नहीं पर गृहमंत्री पद पर रहते किसी शख्स की जांच पूर्व पुलिस महासंचालक करें यह कितना उचित है।
आपको बता दें परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाया था। गृहमंत्री ने निलंबित अधिकारी सचिन वाजे और अन्य अधिकारियों को मुंबई के बार और रेस्टॉरेंट्स से हर महीने 100 करोड़ की वसूली का टारगेट दिया था। इसपर शरद पवार ने कहा कहा कि सस्पेंड चल रहे सचिन वाजे को सेवा में बहाल करने वाले परमबीर सिंह ही थे।
जानिए कौन है जूलियो रिबेरो
जूलियो रिबेरो मुंबई के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं, उन्हें सख्त पुलिस कमिश्नर जाना जाता रहा है। सेवाओं के लिए उन्हें 1987 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। हाल ही में अंग्रेजी अखबार के एक लेख में उन्होंने बताया कि कैसे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बनकर निचले ओहदे के पुलिस वाले अपना रसूख बढ़ाते हैं, इस दौरान वे बेहिसाब संपत्तियां जुटा लेते हैं। जूलियो रिबेरो ने लिखा कि कि सचिन वाझे उन एनकाउंटर स्पेशलिस्टों में एक थे। जो प्रदीप शर्मा के संरक्षण में आगे बढ़े। जो प्रदीप शर्मा शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़कर हार गए थे। वाझे ने 2007 में सेवा में बहाली के लिए आवेदन किया था, जो ठुकरा दिया गया था। अपने लेख में जूलियो रिबेरो ने लिखा है कि पुलिस अधिकारियों को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को डंप करना चाहिए, वे समाज के लिए खतरा हैं, वास्तव में ‘criminals in uniform’यानी वर्दी में अपराधी होते हैं।
Created On :   21 March 2021 7:23 PM IST