मराठी साहित्य सम्मेलन में हुए संस्कृति के दर्शन

People get philosophy of culture at the Marathi Sahitya Summit
मराठी साहित्य सम्मेलन में हुए संस्कृति के दर्शन
मराठी साहित्य सम्मेलन में हुए संस्कृति के दर्शन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पद्यगंधा प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित दो दिवसीय मराठी साहित्य सम्मेलन की रंगारंग प्रस्तुति में संस्कृति के दर्शन हुए। प्रोग्राम आर. मुंडले शाला के प्लेटिनम हॉल में किया गया। पहले दिन दोपहर को "ग्रंथदिंडी" के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में "ग्रंथपूजन" के बाद प्रतिभावान लोगों को सम्मानित किया गया। सम्मेलन के दूसरे सत्र में उद्घाटन महापौर नंदा जिचकार द्वारा किया गया। प्रमुख अतिथि पुलिस आयुक्त डॉ. भूषण कुमार उपाध्याय, कवि यशवंत पाठक, कालिदास संस्कृति विद्यापीठ के पूर्व कुलगुरु डॉ. पंकज चांदे, विष्णु मनोहर, निखिल मुंडले उपस्थित थे। स्मरणिका प्रकाशन विदर्भ गौरव प्रतिष्ठान के अध्यक्ष डॉ. गिरीश गांधी ने किया। इस दौरान सम्मेलन अध्यक्ष डॉ. किशोर सानप, शुभांगी भडभडे, विजय ब्राह्मणकर, संगीता वाईकर, प्रभा देऊस्कर, वर्षा देशपांडे की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुरुचि डबीर, डॉ. वसुधा वैद्य, संगीता वाईकर ने किया। 

‘कृष्ण बावरी’ की प्रस्तुति
दूसरे दिन के कार्यक्रम में ‘बदलती आह्वान आणि मराठी साहित्य’ पर परिसंवाद का आयोजन किया गया। संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. इंद्रजीत ओरके ने की और संवाद में आश्लेषा महाजन, डॉ. वसुधा जैन, ज्योत्सना पंडित और विवेक पंडित ने हिस्सा लिया। संचालन स्वाति माहरीर ने किया। इसके बाद विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञों का सत्कार किया। दोपहर में नृत्यनाटिका ‘कृष्ण बावरी’ की प्रस्तुति हुई।

आनंद निर्बाण को ‘हिंदी सेवा सम्मान’
वरिष्ठ पत्रकार, लोक कवि, होमगार्ड के सेवानायक, क्रांतिकारी आजाद शाहू की स्मृति में दिया जाने वाला हिन्दी सेवा सम्मान-2018 दैनिक भास्कर के समन्वय संपादक आनंद निर्बाण को दिया जाएगा। श्रद्धानंद अनाथालय के मासूम बच्चों के बीच 1 जनवरी 2019 को सुबह 11 बजे कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के आयोजक उमेश शाहू, डॉ. विनोद जयस्वाल तथा रवि गाड़गे ने जानकारी देते हुए बताया कि समारोह में आश्रम के सभी बच्चों को भोजन कराया जाएगा। उन्हीं बच्चों के बीच विधायक डॉ. मिलिंद माने, पत्रकार भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप मैत्रेय तथा डॉ. सुधीर गुप्ता सत्कारमूर्ति आनंद निर्बाण को सम्मानित करेंगे।

डॉ. दिवाकर त्रिपाठी को पीएचडी
डॉ. दिवाकर रामानुज त्रिपाठी को कलिंगा यूनिवर्सिटी, नया रायपुर ने कंप्यूटर साइंस में पीएचडी प्रदान दिया है। उन्होंने रूपक शर्मा के मार्गदर्शन में एनालिटिक स्टडी ऑफ वीक्लाउड रिस्क एंड गवर्नेंस फ्रेमवर्क विषय पर शोधपत्र पेश किया है। फिलहाल नागपुर में सूचना प्रौद्योगिकी में परामर्शदाता के रूप में कार्यरत डॉ. त्रिपाठी ने अपनी सफलता का श्रेय मार्गदर्शक डॉ. शर्मा, अपने परिवार तथा मित्रों का दिया है।
 

Created On :   31 Dec 2018 8:46 AM GMT

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