पोस्ट कोविड बीमारी से परेशान हो रहे लोग कोरोना से उबरे, तो अब झड़ने लगे बाल

People suffering from post covid disease recovered from corona
पोस्ट कोविड बीमारी से परेशान हो रहे लोग कोरोना से उबरे, तो अब झड़ने लगे बाल
पोस्ट कोविड बीमारी से परेशान हो रहे लोग कोरोना से उबरे, तो अब झड़ने लगे बाल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने के बाद लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। जानलेवा म्यूकर माइकोसिस के अलावा अब एक और समस्या सामने आने लगी है। बाल झड़ने की समस्या बढ़ रही है। इन मरीजों का ब्योरा जमा किया जा रहा है। त्वचा रोग विभाग इस पर अध्ययन करनेवाला है। बालों के झड़ने की समस्या आम बात है, लेकिन कोरोना से स्वस्थ हो चुके लोगों में  ही यह समस्या अधिक पाई जा रही है। पहले त्वचा रोग विभाग में हर रोज एक-दो मरीज ही बालों की समस्या लेकर आते थे। पिछले कुछ दिनों में इस समस्या को लेकर 15 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। विभाग  सारी जानकारी इकट्ठा कर रहा है। 

पोषण आहार की कमी का परिणाम

कोरोना से स्वस्थ हो चुके लोगों में बाल झड़ने की समस्या का पता दो या तीन महीने बाद पता चल रहा है। कोरोना को इस समस्या से इसलिए जोड़ा जा रहा है कि इस समस्या से ग्रस्त लोग तनाव का शिकार हो चुके हैं। कोरोना त्रासदी के दौरान उन्होंने जो हालात देखे और वे स्वयं भुक्तभाेगी रहे, इसका उनके दिमाग पर काफी असर हुआ है। उन दिनों का तनाव भी बाल झड़ने की समस्या को जन्म दे चुका है।

डॉक्टरों के अनुसार, बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। लोगों की जीवनशैली खराब होने पर बाल झड़ते हैं। शारीरिक व मानसिक तनाव के चलते बाल झड़ते हैं। लंबी बीमारी से ग्रस्त होने पर भी बाल झड़ने की समस्या होती है। हार्मोन्स में बदलाव होने पर भी बाल झड़ने की समस्या पैदा होती है, लेकिन इन दिनों जाे लोग त्वचा रोग विभाग में आ रहे है, उनमें अधिकतर कोरोना का तनाव झेल चुके लोग हैं। कुछ ऐसे भी लोग आ रहे हैं, जिन्हें कोरोना और निमोनिया दोनों हुआ था, इसलिए इस पर अध्ययन की आवश्यकता है। 
अध्ययन किया जाएगा

डॉ. जयेश मुखी, त्वचा रोग विभाग प्रमुख, मेडिकल अस्पताल के मुताबिक कोरोना से स्वस्थ हो चुके लोगों में बाल झड़ने की समस्या दिखाई दे रही है। कोरोना के दौरान हुए मानसिक तनाव और निमोनिया के कारण ऐसा हो सकता है। इसके अलावा लोगों ने खानपान में पोषण आहार नहीं लेने से भी समस्या हो सकती है। इसलिए त्वचा रोग विभाग में इस समस्या से ग्रस्त लोगों का पूरा ब्योरा जमा किया जा रहा है। इस आधार पर अध्ययन किया जानेवाला है। 
  

Created On :   8 Aug 2021 4:31 PM IST

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