- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- भोपाल
- /
- पीएच.डी. स्कॉलर्स स्पीकर्स को अपनी...
पीएच.डी. स्कॉलर्स स्पीकर्स को अपनी कठिनाई जरूर बतायें - प्रो. सचिन चतुर्वेदी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अटल बिहारी वाजपेई सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (एग्पा) द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘’मध्यप्रदेश पीएच.डी. कॉलोक्वियम-2022’’ के सत्र ""स्ट्रेटजीज ऑफ रिसर्च डिजाइन’’ में एग्पा के उपाध्यक्ष प्रो. सचिव चतुर्वेदी ने कहा कि पीएच.डी. स्कॉलर्स सत्रों में स्पीकर्स को अपनी कठिनाई जरूर बतायें।
प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि स्कॉलर्स रिसर्च मेथडालॉजी पर ध्यान दें। टॉपिक को सीमित रखें। उन्होंने कहा कि स्कॉलर्स आपस में बातचीत जरूर करें। एक दूसरे से रिसर्च टॉपिक के बारे में चर्चा करें। प्रो. चतुर्वेदी ने यूनिवर्सिटी थिंक टैंक कनेक्ट के बारे में भी बताया।
जेलयू भोपाल में कुलपति डॉ. संदीप शास्त्री ने कहा कि जिस तरह से मकान बनाने के पहले गंभीरता से विचार करते हैं, उसी तरह पीएच.डी. का विषय चुनने के पहले भी विचार करें। उन्होंने कहा कि रिसर्च डिजाइन पक्षपातपूर्ण न होकर, फ्लेक्सिबल, औचित्यपूर्ण, इफीशियेंसी और विश्वसनीय होना चाहिए। डॉ. शास्त्री ने रिसर्च डिजाइन प्लान और मेथड के बारे में भी बताया।
प्रो. शरद तिवारी ने कहा कि पीएच.डी. स्कॉलर ओरिजनल डाटा क्रियेट कर यह सोचकर कार्य करें कि आपको कुछ नया करना है। रिल्ये ऑफ लिटरेचर जरूरी है। सत्र में स्कॉलर्स की सेवाओं का समाधान भी किया ग
Created On :   28 April 2022 6:31 PM IST