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फोन टैपिंग मामला : मुंबई पुलिस ने दूसरी बार रश्मि शुक्ला को भेजा समन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अवैध फोन टैपिंग मामले की छानबीन कर रही मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मी शुक्ला को एक बार फिर समन भेजा है। इस बार उन्हें सवालों के जवाब देने के लिए 3 मई तक हाजिर रहने को कहा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्ला को दूसरी बार समन भेजे जाने की पुष्टि की है। इससे पहले शुक्ला को 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए अपने मुंबई स्थित घर पर सुबह 11 बजे मौजूद रहने को कहा गया था। शुक्ला फिलहाल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैदराबाद में केंद्रीय पुलिस रिजर्ब बल (सीआरपीएफ) की अतिरिक्त महानिदेश के पद पर तैनात हैं।
इससे पहले शुक्ला ने ईमेल के जरिए साइबर सेल को भेजे गए अपने जवाब में कहा था कि कोविड परिस्थिति में उन पर जो जिम्मेदारी हैं उसे छोड़कर फिलहाल वे मुंबई की यात्रा नहीं सकतीं। लेकिन उन्होंने साइबर सेल से कहा था कि जांच में देरी न हो इसलिए उन्हें ईमेल के जरिए सवाल भेजे जा सकते हैं जिसका वे तुरंत जवाब दे देंगी। बता दें कि शुक्ला पर आरोप है कि उन्होेंने महाराष्ट्र में इंटेलिजेंस विभाग (एसआईडी) की प्रमुख रहते गलत तरीके से मंत्रियों और अधिकारियों के फोन टेप किए। यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब विधानसभा में विपक्ष के नेता ने शुक्ला द्वारा राज्य के पुलिस महानिदेशक को ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार का दावा करते हुए लिखे गए पत्र का हवाला दिया था। सरकार ने लीक हुई जानकारी की प्राथमिक जांच मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को सौंपी। इसके बाद एसआईडी ने मामले की शिकायत साइबर सेल से की जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू की गई।
शुक्ला को गवाह बना सकती है सीबीआई
गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस मामले में रश्मी शुक्ला को गवाह बना सकती है। सीबीआई ने हैदराबाद जाकर शुक्ला का बयान दर्ज किया है। बता दें कि शुक्ला ने फोन टैपिंग के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर दावा किया था कि सरकारी अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग के खेल में दलाल सक्रिय हैं और कई अधिकारियों ने उनसे तबादले के लिए संपर्क किया है। भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने ट्वीट कर दावा किया है कि आईपीएस रश्मी शुक्ला ने सीबीआई की पूछताछ के दौरान दो अनिल और एक बड़े नेता के साथ उनके चेले चपाटों का नाम लिया है। बता दें कि इस मामले में पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख और मौजूदा मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब आरोपों के घेरे मेंं हैं। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है जबकि और एंटीलिया और मनसुख हिरन हत्या मामले में गिरफ्तार वाझे का दावा है कि परब ने भी उससे बीएमसी के ठेकेदारों से वसूली करने को कहा था।
Created On :   29 April 2021 8:51 PM IST