क्लोन बनाकर एटीएम से रकम उड़ाने वाली हरियाणा की गैंग पर पुलिस का शिकंजा

Police crackdown on gang of Haryana who made clones and blow money from ATM
क्लोन बनाकर एटीएम से रकम उड़ाने वाली हरियाणा की गैंग पर पुलिस का शिकंजा
सभी आरोपी रिश्तेदार, घूूूम-घूमकर देते थे वारदात को अंजाम क्लोन बनाकर एटीएम से रकम उड़ाने वाली हरियाणा की गैंग पर पुलिस का शिकंजा

डिजिटल डेस्क जबलपुर। एटीएम में पैसा निकालने के लिए पहुँचने वालों के कार्ड का डिवाइस के जरिए क्लोन बनाने के बाद रकम निकालने वाली हरियाणा की एक गैंग पर अधारताल पुलिस ने शिकंजा कसा है। पकड़ी गई गैंग के सभी सदस्य आपस में रिश्तेदार हैं, जो कई राज्यों में घूम-घूमकर वारदातों को अंजाम देते हैं। 30 जुलाई 2021 में अधारताल थाना क्षेत्र के हनुमान मंदिर से लगे एसबीआई के एटीएम में हुई घटना की जाँच करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुँची।
अधारताल पुलिस ने बताया िक 30 जुलाई 2021 की दोपहर नेता कॉलोनी िनवासी रामलाल कुम्हार स्टेट बैंक के एटीएम में पैसा िनकालने पहुँचा था। इसी दौरान एटीएम के अंदर पहले से खड़े युवकों ने उनका कार्ड मशीन में लगाया लेकिन फिर भी पैसे नहीं िनकले। जिसके बाद रामलाल ने कमला भंडार के पास स्थित एटीएम से 6 हजार रुपए निकाले और घर चला गया लेकिन दूसरे िदन उसके खाते से चार बार में 40 हजार रुपए िनकल गए। िशकायत पर पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जाँच शुरू की थी। जाँच में पुलिस को पता चला कि रामलाल के खाते से जो पैसे निकाले गए थे, वो एटीएम महाराष्ट्र अमरावती का है। एसआई चंद्रकांत झा के साथ एक टीम ने अमरावती पहुँचकर उक्त एटीएम के सीसीटीवी कैमरे चैक किए, िजससे पता चला कि जो हरियाणा पासिंग की कार अधारताल एसबीआई एटीएम के बाहर खड़ी थी, वही अमरावती में थी। पुलिस टीम कार के नंबर और कैमरे में दर्ज आरोपियों की तस्वीरों का मिलान करते हुए हरियाणा के िहसार पहुँची, जहाँ से बलवान िसंह, िवजय कुमार, संताराम, संजय व जय िसंह को हिरासत में लेकर वापस लौटी। सभी आरोपियों ने रामलाल समेत कई लोगों के साथ धोखाधड़ी करने की बात स्वीकारी है। जिसके संबंध में सभी से पूछताछ चल रही है।

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक हाईटेक िडवाइस जब्त की है, एटीएम मशीन में बुजुर्ग और कम जानकारी रखने वालों की मदद करने के बहाने एक आरोपी कार्ड लेकर पासवर्ड पूछ लेता था। दूसरा उन्हें बातों में उलझा लेता था। इसी दौरान पहले वाला कार्ड को िडवाइस में लगाकर उसका क्लोन बना लेता था। इसके बाद सभी लोग दूसरे िजले या प्रदेशों में जाकर पैसा िनकालते थे। जिसके कारण ज्यादातर मामलों में पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाती थी।पी-3

 

Created On :   8 May 2022 11:40 PM IST

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