- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- ग्राहकों के करोड़ों रुपए डुबोने वाले...
ग्राहकों के करोड़ों रुपए डुबोने वाले बिल्डर हेमंत झाम को दोबारा पुलिस कस्टडी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर, मुंबई, पुणे सहित राज्य के अन्य शहरों के ग्राहकों के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार झाम बिल्डर्स एंड डेवलपर्स के संचालक हेमंत सिकंदर झाम (35) और उसके साथी यौवन गंभीर को पुलिस ने रिमांड खत्म होने के बाद न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने बिल्डर हेमंत झाम को दोबारा 21 सितंबर तक पुलिस रिमांड में भेज दिया है, जबकि उसका साथी यौवन गंभीर को न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेजने का आदेश दिया है। रिमांड के दौरान पुलिस ने हेमंत झाम और उसके साथी के निवास व अन्य संपत्तियों के बारे में पूछताछ की। इस प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध शाखा पुलिस विभाग कर रही है। विभाग के अधिकारियों ने बताया क, इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच की बातों का खुलासा नहीं कर सकते हैं। आरोपी हेमंत और उसके साथी यौवन गंभीर से कई राज ऐसे मिले हैं, जिसके आधार पर कुछ अन्य आरोपियों की धरपकड़ जल्द की जाएगी।
प्रकरण में हेमंत के चाचा-चाची भी शामिल
बता दें कि, बिल्डर हेमंत झाम को गत दिनों अपराध शाखा पुलिस की यूनिट-1 ने उसके सोनेगांव स्थित आलीशान फ्लैट से गिरफ्तार किया था। उसके बाद हेमंत के भरोसेमंद साथी यौवन गंभीर को धरदबोचा था। आरोपी के खिलाफ जिला ग्राहक मंच न्यायालय ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इस आराेपी के खिलाफ 260 से अधिक समन्स वारंट लंबित हैं। करीब दो साल से आरोपी हेमंत झाम की तलाश में पुलिस जुटी थी। हेमंत झाम के खिलाफ सोनेगांव, धंतोली सहित कई थानों में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। यह धंतोली थाने के बहुचर्चित नवोदय बैंक घोटाला प्रकरण में भी आरोपी है। इस प्रकरण में हेमंत और उसके चाचा मुकेश झाम व चाची महिमा झाम भी शामिल है। आरोपी हेमंत झाम का मेडिकल चौक के पास भी कार्यालय है। वह सोमलवाड़ा का कार्यालय बंद कर मेडिकल चौक के पास वाले कार्यालय में बैठने लगा था। बाद में इस कार्यालय में जब ग्राहकों की भीड़ जमने लगी तब हेमंत यहां से भी गायब हो गया।
फरारी के दौरान की विदेश यात्रा
सूत्रों के अनुसार आरोपी हेमंत झाम की पुलिस महकमे में भी काफी पैठ है। यही कारण है िक, वह दो साल तक फरार रहने के दौरान विदेश यात्रा भी कर चुका है। पिछले दिनों पुलिस जब उसकी धरपकड़ की तैयारी में लगी थी, तब भी वह विदेश भागने की तैयारी कर रहा था। हेमंत झाम ने विदर्भ के अन्य कुछ जिलों में भी अपने कारोबार को फैला रखा है। वह किसानों को कुछ रकम देकर उनकी खेती खरीद लेता था। उसके बाद उस पर ले-आउट डालकर बेचने लगता था। वह प्लाट बेचने से ज्यादा रो हाउसेस और स्कीम के तहत फ्लैट बेचने का कारोबार करता था। इस आरोपी ने वर्ष 2010 में झाम बिल्डर द्वारा हिंगना के वागधरा में 30 एकड़ जमीन पर कन्हैया सिटी नामक टाउनशिप बनाने की योजना बनाकर सैकड़ों ग्राहकों को रो हाउसेस, बंगलो और फ्लैट बेचने का झांसा देकर उनसे करोड़ों रुपए वसूल किए। बाद में स्कीम बंद कर गायब हाे गया। झाम के खिलाफ 19 अक्टूबर 2015 को सोनेगांव थाने में मामला दर्ज किया गया था। करीब 400 ग्राहकों ने ग्राहक मंच से शिकायत की थी। न्यायालय के समन्स और वारंट पर उपस्थित नहीं होने के कारण जिला ग्राहक मंच ने झाम बिल्डर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था।
Created On :   20 Sept 2019 11:44 AM IST