दुर्गम क्षेत्र की समस्या भी हल कर रहे वर्दीधारी, दहशत मुक्त हो रहे आदिवासी

Police resolving the problem of inaccessible areas in Gadchiroli
दुर्गम क्षेत्र की समस्या भी हल कर रहे वर्दीधारी, दहशत मुक्त हो रहे आदिवासी
दुर्गम क्षेत्र की समस्या भी हल कर रहे वर्दीधारी, दहशत मुक्त हो रहे आदिवासी

डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली। नक्सलग्रस्त एवं आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में खाकी वर्दी न सिर्फ नक्सलवाद खत्म करने का काम कर रही है बल्कि दुर्गम क्षेत्र के लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध करवा रही है। गड़चिरोली जिला पूरी तरह से नक्सलग्रस्त है। इस जिले के दुर्गम क्षेत्र में जाने के लिए अब तक पक्की सड़कें नहीं बन पाई हैं। इससे आवागमन की समस्या निर्माण हो गई है। केवल जिले में कार्यरत जिला पुलिस के जवान और CRPF के जवान दुर्गम क्षेत्र के लोगों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। CRPF के जवान अनेक गांवों की ओर जाने वाली सड़कों की श्रमदान से मरम्मत कर दुर्गम क्षेत्र के नागरिकों को यातायात की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। खाकी वर्दी के इस कार्य के चलते पुलिस के प्रति नागरिकों का दृष्टिकोण भी बदलने लगा है। 

बुनियादी सुविधाओं का अभाव
गड़चिरोली जिले में फैले नक्सलवाद को मिटाने के लिए पुलिस विभाग 24 घंटे काम कर रही है। ऐसे में जिले के आदिवासी गांवों में अब तक आवश्यकता के अनुसार बुनियादी सुविधाएं नहीं पहुंच पाई हैं। ऐसे में दुर्गम क्षेत्र के पुलिस थाने, उपपुलिस थाना, सहायता केंद्र के जवान इन गांवों में पहुंच मार्ग की सुविधाएं पहुंचाते दिखाई दे रहे हैं। अनेक गांवों में जिला पुलिस के जवान और CRPF के जवान नागरिकों की सहायता से श्रमदान कर सड़कों की मरम्मत कर रहे हैं। दुर्गम क्षेत्र के अनेक गांवों में पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण होने के कारण उन गांवों तक आज राज्य परिवहन निगम की बसें भी पहुंच गई है।

पिछले वर्ष सिरोंचा तहसील अंतर्गत महाराष्ट्र-छग की सीमा पर स्थित पातागुडम में तत्कालीन जिला पुलिस अधीक्षक संदीप पाटील ने एक दिन में पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण किया था। इसके बाद पहली बार पातागुडमवासी दहशतमुक्त होली खेल पाए। पुलिस जवानों ने ग्रामीणों को दिवाली पर उपहार देकर उनके साथ दिवाली भी मनाई थी। दुर्गम क्षेत्र के गांवों की समस्या हल करने के लिए पुलिस जवान विशेष रूप से प्रयास कर रहे हैं। जिसके चलते दुर्गम क्षेत्र के नागरिक दहशतमुक्त वातावरण में जीने का संकल्प  करते दिखाई दे रहे हैं। 

CRPF से भी मदद
जिले में CRPF की विभिन्न बटालियन तैनात हैं। CRPF के अधिकारी व जवान जिला पुलिस के साथ मिलकर नक्सलवाद खत्म करने का काम कर रहे हैं, साथ ही सिविक एक्शन प्रोग्राम अंतर्गत दुर्गम और अतिदुर्गम क्षेत्र के लोगों का जीवनस्तर ऊंचा उठाने जैसा महत्वपूर्ण कार्य भी कर रहे हैं। CRPF ने अनेक जरूरतमंद विद्यार्थियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, सिलाई मशीन का प्रशिक्षण दिलवाकर उन्हें सक्षम बनाया है। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को भी जीवनावश्यक सामग्री भेंट स्वरूप दी है।

 समस्या जानने का प्रयास
 पिछले वर्ष से पुलिस विभाग ने ग्राम भेंट योजना का आयोजन किया है। इसके अंतर्गत पुलिस अधिकारी और जवान दुर्गम व अतिदुर्गम क्षेत्र के गांवों में जाकर स्थानीय नागरिकों की समस्याएं जानने का प्रयास कर रहे हैं। नागरिकों की समस्याएं सुनने के बाद वे संबंधित विभाग तक पहुंचाकर उनकी समस्या हल भी की जा रही है जिस कारण दुर्गम क्षेत्र की आदिवासी जनता भी अपनी समस्या अब पुलिस जवानों को बताती दिखाई दे रही है।

Created On :   16 Oct 2017 10:49 AM IST

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