अपराधियों को जल्द ट्रैक कर सकेगी पुलिस, रेत माफियाओं पर कसेंगे नकेल

Police will be able to track criminals soon, will crack down on sand mafia
अपराधियों को जल्द ट्रैक कर सकेगी पुलिस, रेत माफियाओं पर कसेंगे नकेल
नागपुर अपराधियों को जल्द ट्रैक कर सकेगी पुलिस, रेत माफियाओं पर कसेंगे नकेल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में बढ़ते अपराध और अवैध धंधों पर रोकथाम के लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। अब पुलिस परिमंडल-4 के उपायुक्त नुरुल हसन अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष योजना पर काम कर रहे हैं। संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, सभी थानेदारों को भी अलर्ट रहकर कार्य करना होगा। जोन में चल रहे अवैध रेत के खेल को रोकने के लिए रेत माफियाओं पर पुलिस नकेल कसेगी। रेत माफियाओं पर अब थानेदारों द्वारा कड़ी नजर रखी जाएगी। क्षेत्र के बदमाशों पर भी थाने के डीबी स्क्वॉड की पैनी नजर रहेगी। हाल ही में नंदनवन स्थित एक गिरोह पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया है, मकोका और एमपीडीए के कुछ और प्रस्ताव पाइपलाइन में हैं।  

कुछ और सेंधमार गिरोह सक्रिय

वह चाहते हैं कि, उनके क्षेत्र में अपराध पर पूरी तरह अंकुश लगे। चोरी और सेेंधमारी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाएगी। सेंधमारी के मामले में िलप्त आरोपियों के बारे में पुलिस खोजबीन करेगी। पुलिस परिमंडल-4 का पदभार संभालने के बाद उपायुक्त नुरुल हसन के मार्गदर्शन में भंडारा के एक सेंधमार गिरोह का पर्दाफाश किया गया। इस गिरोह के पकड़े जाने से सेंधमारी की घटनाएं कम हुई हैं। उपायुक्त नुरुल हसन स्लम बस्तियों में खुद पैदल गश्ती दल के साथ घूमकर जायजा लेने का कार्य भी कर रहे हैं। 

 नागरिकों की सहभागिता जरूरी 
 

उपायुक्त नुरुल हसन ने बताया कि, उनके मार्गदर्शन में अब तक क्षेत्र में तकरीबन 400 बैठकें नागरिकों व समाजसेवियों  के साथ  ली जा चुकी हैं। इन बैठकों के कारण क्षेत्र में पनप रहे अवैध धंधों के बारे में धीरे-धीरे जानकारी मिल रही है, जिस पर पुलिस कार्रवाई की जा रही है।   

सीधे करें संपर्क

उपायुक्त नुरुल हसन ने स्थानीय लोगों से आग्रह  किया है कि, किसी भी असुविधा के मामले में वे उनसे सीधे आकर कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। पीड़ित या शोषित का समाधान किया जाएगा। उन्होंने असामाजिक तत्वों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है, अगर वे किसी भी तरह से समाज में शांति भंग करने की कोशिश करेंगे, तो पुलिस उन्हें सबक सिखाएगी। उन्होंने क्यूआर (क्विक रिस्पांस) कोड,  ई-बीट सिस्टम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने में अहम भूमिका निभाई। हसन अपनी अभिनव शैली की पुलिसिंग के लिए जाने जाते हैं। 

 
 

Created On :   12 Dec 2021 3:38 PM IST

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