पुलिस तैयार करेगी डिलीवरी ब्वाॅय का रिकॉर्ड, क्राइम रोकने पुलिस की कवायद

Police will prepare delivery boy record, exercise to stop crime
पुलिस तैयार करेगी डिलीवरी ब्वाॅय का रिकॉर्ड, क्राइम रोकने पुलिस की कवायद
पुलिस तैयार करेगी डिलीवरी ब्वाॅय का रिकॉर्ड, क्राइम रोकने पुलिस की कवायद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में डिलीवरी ब्वाॅय का काम करने वालों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जाएगा। आजकल संतरानगरी में ऑनलाइन बुकिंग पर भोजन आर्डर करने का ट्रेंड तेजी से बढ़ गया है। यहां पर तीन कंपनियां काम कर रही हैं, जो अलग-अलग होटलों व रेस्टॉरेंट से जुड़कर आर्डर के मुताबिक भोजन पहुंचाने का काम करती हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, देर रात में भी डिलीवरी ब्वाॅय पार्सल पहुंचा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार शहर पुलिस अब डिलीवरी ब्वाॅय का रिकार्ड भी तैयार करेगी। इसके लिए जल्द ही जोमैटो, उबेर इटस और स्विगी कंपनी को डिलीवरी ब्वाॅय का पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा। मौजूदा समय में ऑनलाइन बुकिंग पर भोजन डिलीवरी करने वाले लोगों का रिकार्ड न तो पुलिस के पास मौजूद है और न ही इन्हें कमीशन पर काम देने वाली उक्त तीनों कंपनियों के पास। नागरिकों ने सवाल किया है कि एेसे में किसी दिन अप्रिय घटना होने पर उसके लिए कौन  जिम्मेदार होगा। 

पूरा रिकार्ड नहीं
बता दें कि इसके पहले शहर में एक डिलीवरी ब्वाॅय ने भोजन पहुंचाने के बाद एक मकान से पपी (श्वान का छोटा पिल्लू) चुरा लिया था। उसकी यह हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद होने से घटना उजागर हो गई। इस मामले में शहर पुलिस उपायुक्त विनीता साहू से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि हां, यह सही है कि देर रात डिलीवरी ब्वाॅय भोजन का पार्सल पहुंचाने का काम कर रहे हैं। यह आर्डर मिलने के चक्कर में चौराहों पर देर रात खड़े नजर आते हैं। उनका पुलिस वेरिफिकेशन होने से पुलिस के पास भी उनका रिकार्ड होगा। उनके बारे में कंपनी को भी रिकार्ड रखना चाहिए। इन कंपनियों को यह पता होना चाहिए कि आखिर उनके यहां डिलीवरी ब्वाॅय का कार्य करने वाले का रिकार्ड क्या है। 

गश्त के समय नजर आते हैं
शहर के कई चौराहों पर डिलीवरी ब्वाॅय देर रात झुंड में नजर आते हैं। पुलिस गश्तीदल द्वारा पूछने पर वह डिलीवरी ब्वाॅय खुद को बताते हैं। शहर में किसी भी क्षेत्र में रात को भोजन का पार्सल पहुंचाने वाली उक्त तीनों कंपनियों ने अगर डिलीवरी ब्वाॅय का रिकार्ड पुलिस विभाग को नहीं दिया तो भोजन का पार्सल पहुंचाने पर शिकंजा कस सकता है। हाल ही में प्राथमिक स्तर पर उक्त कंपनी के कुछ अधिकारियों के साथ बैठक होने की जानकारी मिली हैं। इस बैठक में उन्हें डिलीवरी ब्वाॅय का रिकार्ड रखने का आदेश दिया गया है। 

नियम की अनदेखी करने पर कार्रवाई 
शहर में नियम की अनदेखी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नियम के अनुसार शहर में होटल या रेस्टॉरेंट देर रात 1.30 बजे के बाद शुरू नहीं किए जा सकते हैं। भोजन का पार्सल देर रात 3 बजे तक भी पहुंचाने का कार्य हो रहा है। नियमों की अनदेखी करने वाले होटलों व रेस्टॉरेंट संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है, जो देर रात अॉर्डर लेने वाली उक्त तीनों कंपनियों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। यह तो सरकार के साथ धोखाधड़ी है। उन्हें अगर 24 घंटे भोजन की सुविधा उपलब्ध करानी है तो उन्हें जिलाधीश व अन्य विभागों की अनुमति लेनी चाहिए।  -विनीता साहू, उपायुक्त, पुलिस परिमंडल 2, नागपुर  

 इन्हें सारी जानकारी रहती है
पुलिस उपायुक्त विनीता साहू का मानना है कि भोजन पार्सल की डिलीवरी करने वाले डिलीवरी ब्वाॅय को सब कुछ पता होता है। वह आर्डर की जगह पर जब पार्सल लेकर जाता है, तब उसे पता होता है कि वहां पर कौन रहता है। कितने लोग हैं, लेकिन उस डिलीवरी ब्वाॅय का पार्सल मंगाने वाले के पास कोई रिकार्ड नहीं रहता है। पार्सल आर्डर के आधार पर डिलीवरी ब्वाॅय को यह पता आसानी से चल जाता है कि पार्सल मंगाने वाला व्यक्ति की उम्र क्या है। वह पार्सल आर्डर के आधार पर इस बात का आसानी से पता लगा लेता है। पार्सल के आधार पर यह पता चल जाता है कि आर्डर देने वाला युवा है या फिर सीनियर सिटीजन। शहर पुलिस के पास रिकार्ड होने पर संबंधित इलाके में कोई भी घटना होने पर डिलीवरी ब्वाॅय से पूछताछ करने में आसानी हो सकती है। उपायुक्त का मानना है िक यह सिर्फ भोजन का पार्सल पहुंचाने वाले डिलीवरी ब्वाॅय का ही नहीं, बल्कि उन सभी डिलीवरी ब्वाॅय का रिकार्ड कंपनियों को रखना चाहिए, जो डिलीवरी ब्वाॅय से काम लेते हैं। 

Created On :   9 Jan 2020 12:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story