अयोध्या भेजे जानेवाले सागौन को लेकर छिड़ी राजनीति - वनमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप 

Politics erupted over teak being sent to Ayodhya - serious allegations made on Forest Minister
अयोध्या भेजे जानेवाले सागौन को लेकर छिड़ी राजनीति - वनमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप 
बयान अयोध्या भेजे जानेवाले सागौन को लेकर छिड़ी राजनीति - वनमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप 

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली. अयोध्या में निर्माणाधीन मंदिर के लिए सागौन का उपयोग करना सभी के लिए गौरव की बात है, लेकिन इस सागौन के लिए भी अब भाजपा राजनीति पर उतर आई है। चंद्रपुर में आयोजित शोभायात्रा के लिए गड़चिरोली के आलापल्ली से ही 32 घनफीट सागौन रवाना की गई। लेकिन राज्य के वनमंत्री तथा चंद्रपुर के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार इस सागौन को चंद्रपुर जिले का बताने पर उतर आये हैं। इस बीच जिले के पालकमंत्री व राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी चुप्पी साध रखी है।

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गड़चिरोली जिले का सागौन होने के बाद भी आगामी चुनाव के मद्देनजर वनमंत्री चंद्रपुर से वाहवाही बंटोरने का प्रयास कर रहे हंै। इस आशय का आरोप बुधवार को एक पत्र परिषद में कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राह्मणवाडे ने लगाया। ब्राह्मणवाडे ने पत्रकारों को बताया कि, राज्य का सर्वाधिक जंगल एकमात्र गड़चिरोली जिले में मौजूद है। चंद्रपुर के मुकाबले गड़चिरोली जिले में गुणवत्तापूर्ण सागौन काष्ठ मौजूद है। आयोध्या मंदिर की विशेषज्ञ टीम ने सर्वप्रथम आलापल्ली के एफडीसीएम कार्यालय पहुंचकर सागौन काष्ठ की जांच की,  जिसके बाद अयोध्या मंदिर के निर्माणकार्य के लिए कुल 1855 घनफीट सागौन काष्ठ की मांग का पत्र सौंपा। इसी पत्र पर ध्यान देते हुए एफडीसीएम ने सारा सागौन तैयार कर रखा है। इन्हीं में से 32 घनफीट सागौन काष्ठ चंद्रपुर की शोभायात्रा के लिए रवाना किया गया। इस सागौन को भी चंद्रपुर जिले का बताकर वनमंत्री राजनीति करने लगे हैं। राज्य सरकार ने विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के लिए चंद्रपुर हेतु 3 करोड़ रुपए की निधि मंजूर की। यह सागौन गड़चिरोली जिले का होने के कारण यहीं से सारे आयोजन करने थे। लेकिन सरकार ने एक बार फिर सौतेला व्यवहार करते हुए गड़चिरोली के साथ अन्याय किया है। फड़णवीस स्वयं जिले के पालकमंत्री होने के बाद भी पिछले 6 माह से नियोजन समिति की सभा नहीं हो पायी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि, उनका गड़चिरोली से कितना लगाव है। पालकमंत्री और वनमंत्री की इस नीति का कांग्रेस ने निषेध भी व्यक्त किया है।  

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रामभक्तों पर दर्ज किए मामले पीछे लें 

आलापल्ली के सॉ मिल से तीन दिन पूर्व 32 घनफीट सागौन काष्ठ चंद्रपुर रवाना किया गया। इस दौरान अहेरी व आलापल्ली के कुछ रामभक्तों ने सागौन काष्ठ की विधिवत पूजा-अर्चा की। एफडीसीएम ने इस कार्य के लिए किसी तरह की अनुमति नहीं लेने का कारण बताकर अहेरी पुलिस थाना में दर्जनों रामभक्तों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले भी दर्ज किये। इस कार्य के पीछे भी भाजपा का ही हाथ होकर रामभक्तों पर दर्ज किए सभी मामले पीछे लेने की मांग कांग्रेस ने पत्र परिषद के माध्यम से की है। 

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शोभायात्रा से राममय हुई बल्लारपुर-चंद्रपुर नगरी

उधर चंद्रपुर के बल्लारपुर में राज्य के वन व सांस्कृतिक मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के हाथों का काष्ठ का पूजन कर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शाम को बल्लारपुर में निकालने के बाद देर शाम चंद्रपुर में शोभायात्रा निकाली गई।  काष्ठ रखे वाले रथ पर पालकमंत्री समेत रामायण सीरियल में प्रभु रामचंद्र की भूमिका साकार करनेवाले अभिनेता अरुण गोविल, माता सीता की भूूमिका साकार करनेवाली अभिनेत्री व पूर्व सांसद दिपीका व लक्ष्मण की भूमिका साकार करनेवाले सुनील लाहेरी समेत अन्य उपस्थित थे। इस समय पालकमंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि, अयोध्या के प्रभु रामचंद्र के भव्य मंदिर के लिए गड़चिरोली-चंद्रपुर के काष्ठ का चयन किया गया है, यह हमारे के लिए सौभाग्य की बात है।  

Created On :   29 March 2023 9:14 PM IST

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