ग्रामगीता में है सभी धर्मों का सार - डॉ. आगलावे

Pranpratishtha Ceremony - The essence of all religions is in the Gram Gita - Dr. Aglawe
ग्रामगीता में है सभी धर्मों का सार - डॉ. आगलावे
प्राणप्रतिष्ठा समारोह ग्रामगीता में है सभी धर्मों का सार - डॉ. आगलावे

डिजिटल डेस्क, वरोरा। जलका स्थित प्रार्थना मंदिर में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज की मूर्ति की स्थापना और प्राणप्रतिष्ठान समारोह का आयोजन किया गया। इस मूर्ति की स्थापना देवाजी श्रीहरी सोनटक्के के स्मृति प्रित्यर्थ की गई। इस मूर्ति को स्थापित करने का आश्वासन केंद्रिय मानवाधिकार संगठन के विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष डा. अंकुश आगलावे ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज के पुण्यतिथि समारोह के दौरान दिया था। इस प्राणप्रतिष्ठान समारोह में डा. आगलावे ने कहा कि ग्रामगीता में सभी धर्मों का सार होकर इसमें डा. बाबासाहब आंबेडकर, गौतम बुद्ध, बिरसा मुंडा, गाडगे महाराज के विचार है। संतों ने अपने भजन, कीर्तन के माध्यम से नशामुक्ति का  संदेश दिया। महाराष्ट्र की युवा पीढ़ी को राष्ट्रसंत के विचार ग्रहण कर ग्रामगीता का पठन करना चाहिए। प्राणप्रतिष्ठान समरोह में गुरुदेव सेवा मंडल के अध्यक्ष श्रीराम फुलझेले, ग्रामगीताचार्य रूपलाल कावले, हरिभक्त पारायण कीर्तनकार ठाकरे महाराज, दादा उरकुटे, इटनकर, ज्ञानेश्वर, नरेंद्र जीवतोडे, सूरज पेंदाम, नारायण वराडकर, रूपेश वांढरे आदि उपस्थित थे।

Created On :   17 Feb 2022 1:58 PM GMT

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