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बुलेट ट्रेन की जगह पर मेट्रो कारशेड बनाने की तैयारी, भाजपा ने जताया विरोध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉम्बे हाईकोर्ट से झटका लगने के बाद राज्य सरकार की ओर से मुंबई मेट्रो-3 परियोजना के कारशेड के लिए वैकल्पिक जगह के रूप में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में बुलेट ट्रेन परियोजना की जमीन पर विचार किए जाने को लेकर विपक्षी दल भाजपा ने आलोचना की है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई उपनगर के जिलाधिकारी के मेट्रो कारशेड के लिए कांजुरमार्ग में 102 एकड़ साल्ट पैन जमीन आवंटित किए जाने के आदेश पर रोक लगा दिया था। जिसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडी) को मेट्रो कारशेड के लिए वैकल्पिक जगह खोजने के निर्देश दिए हैं।
डुबाने वाली है यह सलाहः फडणवीस
इस पर शुक्रवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह समझ नहीं आता है कि सरकार का सलाहकार कौन है? बीकेसी में कारशेड बनाने की बात हास्यास्पद और बचकानी है। कारशेड के लिए बीकेसी में 25 से 30 हजार करोड़ रुपए की जमीन लेनी पड़ेगी। नागपुर में पत्रकरों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि बीकेसी में बुलेट ट्रेन का स्टेशन भूमिगत बनाया जाना है। स्टेशन के लिए भूतल पर केवल 500 मीटर की जगह का इस्तेमाल होगा। बाकी जगह पर इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर की इमारतें बनेंगी। लेकिन इसी जमीन पर भूमिगत मेट्रो कारशेड बनाया जाएगा तो इसके लिए 500 करोड़ रुपए की जगह पर 5 हजार करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी। इसके अलावा कारशेड के वार्षिक रखरखाव के लिए पांच गुना खर्च बढ़ जाएगा। इसलिए यह सलाह सरकार को डूबाने वाली है।
बुलेट ट्रेन रोकना चाहती है यह सरकारः शेलार
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि सरकार कारशेड बनाने में गंभीर नहीं है। सरकार की नीयत बेईमानी की है। इसलिए सरकार जिस बीकेसी में कारशेड बनाया नहीं जा सकता वहां पर कारशेड बनाने के लिए प्रयास कर रही है। इसके जरिए सरकार मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना को रोकना चाहती है।
बीकेसी के विकल्प पर हो रहा विचारः राऊत
इसके जवाब में प्रदेश के नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मुख्यमंत्री कारशेड की जगह को लेकर लोगों से चर्चा के बाद सर्वसहमति से फैसला करेंगे। यह फैसला जनता के हित में होगा। शिंदे ने कहा कि कारशेड को लेकर विपक्ष केवल राजनीति के लिए राजनीति न करे। उन्होंने कहा कि यदि कांजुरमार्ग में कारशेड बनता तो परियोजना पर खर्च कम होता। जबकि शिवसेना सांसद संजय राऊत ने कहा कि कारशेड को लेकर विपक्ष चिंता न करे। बीकेसी में कारशेड के निर्माण के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
कारशेड पर भिडे हैं भाजपा-शिवसेना
इससे पहले पूर्व की भाजपा सरकार ने मुंबई मेट्रो-3 के कारशेड के लिए गोरेगांव के आरे कॉलोनी में बनाने का फैसला किया था। लेकिन पर्यावरण प्रेमियों ने आरे कॉलोनी में कारशेड के निर्माण का तीव्र विरोध किया था। उनका कहना था कि कारशेड बनाने के लिए पेड़ों की कटाई करना पर्यावरण के लिए ठीक नहीं है। जिसके बाद 11 अक्टूबर 2020 को महाविकास आघाड़ी सरकार ने पूर्व की फडणवीस सरकार के फैसले को दरकिनार करते हुए कांजुरमार्ग में कारशेड बनाने का फैसला किया था। लेकिन केंद्र सरकार ने कांजुरमार्ग में आवंटित जमीन के मालिकाना हक पर दावा कर दिया। जिसके बाद 16 दिसंबर को हाईकोर्ट ने उपनगर के जिलाधिकारी के कांजुरमार्ग में राज्य सरकार को जमीन आवंटन किए जाने के आदेश पर रोक लगा दिया था।
Created On :   18 Dec 2020 8:13 PM IST