District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
टीम डिजिटल, नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति पद के लिए एक ऐसे सर्वसम्मत प्रत्याशी की वकालत की है, जिसे लेकर सरकार और विपक्ष दोनों के बीच सहमति बनाया जा सके. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को समूचे विपक्ष को दोपहर के भोज पर आमंत्रित किया है, ताकि सरकार को ताकत दिखाई जा सके. कांग्रेस ने फिलहाल ममता बनर्जी के ताजातरीन रुख पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि ममता का नया फॉर्मूले पर संसद भवन में शुक्रवार को आयोजित होने जा रहे दोपहर के भोज के दौरान विचार-विमर्श किया जाएगा. 

गौरतलब है कि प्रेसिडेंट प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को यहां एक टी पार्टी में कहा था कि वे दूसरी बार राष्‍ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं होना चाहते. उनका कार्यकाल पूरा होने में दो माह बचे हैं. 25 जुलाई को नए राष्‍ट्रपति को कार्यभार ग्रहण करना है. प्रणव मुखर्जी ने उन अधिकारियों को वापस उनके मंत्रालयों और विभागों में भेजना शुरू कर दिया है, जिन्होंने उनके साथ काम किया है। एक को वाणिज्य मंत्रालय में और दो को विदेश मामले के मंत्रालय में भेजा गया है। राष्ट्रपति की सचिव ओमिता पॉल ने गुरुवार को यहां एक टी पार्टी दी थी. इसी अवसर पर प्रणव ने अपने मन की बात कही. राष्ट्रपति के प्रेस सचिव वेणु राजमणि को नीदरलैंड में राजदूत बनाया गया है। राजमणि अगले महीने नीदरलैंड में अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे।

मुखर्जी की इस टिप्पणी से विपक्षी दलों की गतिविधियों को तेज कर दिया है. कांग्रेस ने इससे पहले संकेत दिए थे कि अगर प्रणव को फिर से राष्‍ट्रपति बनाने पर सरकार विचार करे तो वह इस फैसले में साथ दे सकती है. लेकिन अब प्रणव की अनिच्‍छा जताने के बाद विपक्ष अपने उम्‍मीदवार को सामने लाने का प्रयास कर सकती है. सरकार ने अभी इस बात का कोई संकेत नहीं दिया है कि इस शीर्ष पद के लिए उसके दिमाग में कौन है।

]]>

Created On :   26 May 2017 4:29 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story