जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव ने वीडियों कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा फलोराईड प्रभावित क्षेत्रें में शुद्ध पेयजल आपूर्ति का 85 प्रतिशत लक्ष्य पूरा

जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव ने वीडियों कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा फलोराईड प्रभावित क्षेत्रें में शुद्ध पेयजल आपूर्ति का 85 प्रतिशत लक्ष्य पूरा
जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव ने वीडियों कांफ्रेंसिंग से की समीक्षा फलोराईड प्रभावित क्षेत्रें में शुद्ध पेयजल आपूर्ति का 85 प्रतिशत लक्ष्य पूरा

डिजिटल डेस्क, जयपुर। 24 सितम्बर। प्रदेश में फ्लोराईड से प्रभावित कुल 6 हजार 849 आबादियों में से अब तक जलदाय विभाग द्वारा 5 हजार 815 आबादियों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराते हुए 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अब 1034 आबादियों (15 प्रतिशत) में इस दिशा में कार्य जारी है। जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री राजेश यादव ने गुरूवार को जयपुर में शासन सचिवालय में एनआईसी सेंटर से वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में ‘नेशनल वाटर क्वालिटी सब मिशन’(एनडब्ल्यूक्यूएसएम) के तहत चल रहे कायोर्ं की समीक्षा की और इस दौरान प्रदेश में फ्लोराईड प्रभावित आबादियों में लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति के शेष 15 प्रतिशत कायोर्ं को आगामी दिसमबर माह तक चरणबद्ध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी खण्डों में अतिरिक्त मुख्य अभियंता इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सतत मॉनिटरिंग करे और इस सम्बंध में राज्य स्तर पर नियमित तौर पर प्रगति रिपोर्ट भेजे। बैठक में प्रमुख शासन सचिव ने सभी अतिरिक्त मुख्य अभियंता एवं अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे अपने अधीन क्षेत्रें में पेयजल के नमूनों के संग्रहण एवं उनकी जांच के कार्य को गम्भीरता से लें। जिलों में सहायक अभियंता एवं कनिष्ठ अभियंता जब भी फील्ड विजिट पर जाए तो ‘सैम्पल-कलैक्शन’ के कार्य पर भी बराबर फोकस करे। इंजीनियर्स ट्यूर के दौरान अपने साथ कैमिस्ट को भी ले जाए ताकि लक्ष्य के अनुरूप शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रें से जल के नमूनों का संग्रहण कर उनकी समय पर जांच सुनिश्चित हो। श्री यादव ने सभी जिलों में वाटर सैम्पल कलैक्शन की प्रगति के बारे में बारी-बारी से अधिकारियों से चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि वे फील्ड विजिट के दौरान पेयजल स्ट्रक्चर्स एवं वाटर बॉडीज से नूमने संग्रहित करने के काम में आपसी समन्वय से तेजी लाए। प्रत्येक जिले में सैम्पल कलैक्शन एवं जांच के कायोर्ं एवं इसकी रिपोर्ट को नियमित रूप से ऑनलाईन अपडेट करने के लिए उन्होंने सभी जिलों में अधीक्षण अभियंताओं की जिम्मेदारी तय करने के भी निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष में अगस्त माह के अंत तक 15 हजार 321 पेयजल के नमूनों की जांच की गई है, इनमें से 5 हजार 718 की ऑनलाईन एंट्रीज की गई है। बैठक में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल से जल कनैक्शन के कार्यो में जिलों में डीएमएफटी कोष की राशि का उपयोग करने के लिए विभाग के अधिकारियों को सभी जिला कलक्टर्स एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियो से समन्वय करने के भी निर्देश दिए गए। वीसी के दौरान सचिवालय स्थित एनआईसी सेंटर में मुख्य अभियंता (शहरी एवं एनआरडब्ल्यू) श्री सीएम चौहान, मुख्य अभियंता (ग्रामीण) श्री आरके मीना, मुख्य अभियंता (तकनीकी) श्री दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (प्रशासन) श्री संदीप शर्मा और चीफ कैमिस्ट श्री राकेश माथुर सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी मौजद थे। ----

Created On :   25 Sept 2020 2:50 PM IST

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